रांची। सेंटेवीटा अस्पताल 12 अगस्त, 2022 को अपना 10वां स्थापना दिवस मना रहा है। अस्पताल का शुभारंभ 12 अगस्त, 2012 को हुआ था। सेंटेवीटा का अर्थ है- स्वास्थ्य एवं जीवन। यहां कई नवीनतम सुविधाएं उपलब्ध हैं।
अस्पताल के निदेशक एवं प्रमोटर अमित साहू ने पूर्वी भारत की स्वास्थ्य सेवाओं में सर्वोत्तम सुविधा प्रदान करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में सर्वोंत्तम सुविधाएं एवं उपलब्धि को हासिल करने में बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मजबूत Vision एवं Mission के साथ समर्पित Consultant, चिकित्सकों, नर्सों एवं अन्य कर्मचारियों की टीम ने अस्पताल पर सकारात्मक प्रभाव डाला। रांची और झारखंड के लोगों द्वारा स्वीकार्यता प्राप्त की। अस्पताल मां एवं शिशु, जेनेरल सर्जरी एवं अन्य विशिष्टताओं के लिए एकमात्र चिकित्सीय सामाधान के बाद सेंटेवीटा में इलाज कराने की मांग काफी बढ़ गयी।
साल, 2017 में अस्पताल को ‘स्वच्छ भारत सर्वेक्षण-2018’ में प्रथम स्थान से सम्मानित किया गया था। टीम के अथक परिश्रम और प्रतिबद्धता के कारण सेंटेवीटा अस्पताल को तीन प्रतिष्ठित मान्यताएं प्राप्त हुई हैं- NABH, Nursing Excellence एवं NABL। इसके अलावा FOGS ने अपनी गुणवत्ता एवं मापदंड के अनुसार सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सेंटेवीटा अस्पताल को प्रमाणित किया है।
सेंटेवीटा अस्पताल में अन्य दैनिक सुविधाओं एवं अच्छी नर्सिंग देखभाल के साथ भ्रूण स्कैन की सुविधा भी उपलब्ध है। अत्याधुनिक सुविधाएं उच्च एवं सबसे जल्द रिकवरी दर सुनिश्चित करती है।
मरीजों को देखभाल प्रत्येक स्टाफ की मुख्य प्राथमिकता है। पिछले कुछ वर्षों में अस्पताल ने अपने मरीज एवं अन्य लोगों का विश्वास हासिल किया है। हाल ही में अस्पताल ने नवीनतम तकनीक से लैस एक पूरी तरह से क्रियाशील कैथ लैब शुरू की है। लगातार विकसित हो रहे स्वास्थ्य क्षेत्र के अनुसार अस्पताल भी लगातार नई तकनीकों का उपयोग उपचार करने में ला रही है।
प्रबंधन को उम्मीद है वह आने वाले वर्षों में अन्य जगहों पर भी सेंटेवीटा मॉडल दोहराएगा।