रांची। लायंस क्लब ऑफ रांची ईस्ट ने राजधानी रांची के कोकर स्थित अपने निरामया हॉस्पिटल में शुक्रवार को 37 लोगों की आंखों का सफल ऑपरेशन कराया। रांची और इसके आसपास के इलाके से पहुंचे ये सभी मोतियाबिंद से पीड़ित थे।
इनमें सिल्ली से एक और रांची से पहुंचे एक यानी दो ऐसे मरीज थे, जिन्हें बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहा था। डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर इनकी आंखों की सिर्फ रोशनी ही नहीं लौटाई, बल्कि उनके जीवन को खुशियों के उजाले से भर दिया।
डॉक्टर की सफलता पर जहां लायंस क्लब ऑफ रांची ईस्ट को गर्व है, तो वहीं दोनों के परिजन डॉक्टरों समेत लायंस क्लब के पूर्व अध्यक्ष रतन लाल अग्रवाल की भूरि-भूरि प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं। इन दोनों ने पिछले कई सालों से ठीक प्रकार से दुनिया नहीं देखी थी।
आज वह अपनी आंखों से ईश्वर की रची इस खूबसूरत दुनिया को देखकर हतप्रभ हैं। लायन रतन लाल अग्रवाल बताते हैं कि, ये दोनों जन्म से ही विशेष प्रकार के मोतियाबिंद के शिकार थे। धीरे-धीरे यह बढ़ता गया और अंत में उनकी आंखों की रोशनी चली गई।
इतना ही नहीं, इनमें से एक ऐसा व्यक्ति भी पहुंचा था, जिसे कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति की ओर उसे कान की मशीन दी गई, जिससे हर बातें सुनाई देने लगी। उसकी खुशी देखकर मरीजों की सेवा में जुटे मेडिकल स्टॉफ भी झूम उठे।