बीओआई आर सेटी ने किया जागरुकता प्रशिक्षण शिविर, दी विस्‍तृत जानकारी

झारखंड
Spread the love

  • प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार अपनाकर बने आत्मनिर्भर : भारद्वाज

गिरिडीह। जमुआ प्रखंड की पोबी पंचायत सचिवालय में बुधवार को बैंक ऑफ इंडिया ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आर सेटी) गिरिडीह द्वारा एक दिवसीय जागरुकता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। आर सेटी फैकल्टी सौरभ भारद्वाज ने कहा कि‍ बैंक ऑफ इंडिया द्वारा प्रायोजित स्टार स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा अब तक सैकड़ों युवक/युवतियों को विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। इसका मुख्य उद्देश्य कौशल, उद्यमिता का विकास करना है। प्रशिक्षित काफी संख्या में अब तक रोजगार स्थापित कर चुके हैं। स्वरोजगार की ओर अग्रसर हैं। 

18 से 45 आयु वर्ग के युवक, युवतियों के लिए ब्यूटी पार्लर की प्रशिक्षण अवधि‍ 30 दिन, महिला पुरुष दोनों के लिए रेडिमेड वस्त्र निर्माण अवधि‍ 30 दिन, अगरबत्ती निर्माण, मोमबती निर्माण, अचार पापड़ निर्माण, पेपर कबर बैग निर्माण, मशरूम उत्पादन, मुर्गी बकरी पालन, सब्जी उत्पादन, सामान्य उद्यमिता विकास, फास्ट फूड प्रशिक्षण अवधि‍ 10 दिन है।

सिर्फ पुरुष के लिए घरेलू विद्युत उपकरण, दो पहिया वाहन मरम्मत, हल्का वाहन प्रशिक्षण, सेल फोन रिपेयरिंग एवं सर्विसिंग का प्रशिक्षण पचंबा कल्याणडीह स्थित आर सेटी में दिया जाता है।

योग्य एवं कुशल प्रशिक्षकों द्वारा निःशुल्क सुगमतापूर्ण, सुरक्षित आवासीय प्रशिक्षण, भोजन आदि की व्यवस्था प्रदान की जाती है। प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। बैंक से स्वरोजगार के लिए ऋण दिया जाता है। कार्यालय सहायक ऋषि राज ने आवश्यक जानकारी दी।

बैंक ऑफ इंडिया की जमुआ शाखा और प्रज्ञा केंद्र बीसी योगेश कुमार पाण्डेय ने मंच संचालन कि‍या। उन्‍होंने कहा कि‍ 18 से 45 आयुवर्ग के जेएसएलपीएस द्वारा गठित आजीविका सखी मंडल की दीदी या कोई भी नागरिक निःशुल्क प्रशिक्षण से कौशल, दक्षता विकास कर आर्थिक आत्मनिर्भर बन सकते हैं। सरकारी नौकरी हर किसी कोदेना संभव नहीं है। स्वरोजगार ही संभव है। झारखंड राज्य फसल राहत योजना, पीएम किसान सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी।

मुखिया प्रतिनिधि लखन दास, सहयोगी दिलीप यादव, वार्ड सदस्य महानंद राम, सीता देवी, रेखा देवी, प्रदीप स्वर्णकार, रिंकू देवी, संगीता देवी, आरती देवी, मुन्नी देवी सहित सैकड़ों महिला पुरुष मौजूद थे।