- राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र ने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के सहयोग से बनाई वैक्सीन
नई दिल्ली। देश के पशुपालकों के लिए राहत भरी खबर। पशुओं को लम्पी स्किन रोग से बचाव के लिए स्वदेशी वैक्सीन (लम्पी- प्रो वैक-इंड/ Lumpi-ProVacInd) लॉन्च की गई है। यह वैक्सीन राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र, हिसार (हरियाणा) ने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर (बरेली) के सहयोग से बनाई है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 10 अगस्त को इसे लॉन्च किया। इस वैक्सीन को लम्पी बीमारी के निदान के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि मानव संसाधन के साथ ही पशुधन हमारे देश की बड़ी ताकत है, जिन्हें बचाना हमारा बड़ा दायित्व है।
तोमर ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत यह वैक्सीन विकसित करके एक और नया आयाम स्थापित किया गया है। उन्होंने अश्व अनुसंधान केंद्र व पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों को बधाई दी, जिनके प्रयासों से लम्पी रोग के टीके को विकसित किया गया है। वर्ष, 2019 में जब से यह बीमारी भारत में आई, तब से ही संस्थान वैक्सीन विकसित करने में जुटे थे।
मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पशुओं को राहत के लिए यह वैक्सीन जल्द से जल्द बड़ी तादाद में मुहैया कराई जाएं। देश में तीस करोड़ पशुधन हैं, मूक पशुओं की तकलीफ समझकर उन्हें शीघ्रातिशीघ्र राहत देने के लिए हर संभव उपाय किए जाना चाहिए।
कार्यक्रम में मत्स्यपालन, पशुपालन व डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, मत्स्यपालन, पशुपालन व डेयरी सचिव जतिंद्र नाथ स्वेन, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ हिमांशु पाठक, उपमहानिदेशक डॉ बीएन त्रिपाठी, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ त्रिवेणी दत्त, राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ यशपाल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।