दिव्‍यांगता को मात देकर ‘सबल’ बनने वालों को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

झारखंड
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  • टाटा स्टील फाउंडेशन ने सबल अवार्ड्स 2022 की मेजबानी की’

जमशेदपुर। टाटा स्टील फाउंडेशन ने कुडी महंती सभागार में सबल पुरस्कार समारोह के तीसरे संस्करण का आयोजन शुक्रवार को किया। यह कार्यक्रम पीडब्ल्यूडी के साथ टाटा स्टील फाउंडेशन के जुड़ाव और व्यापक समाज के लिए समावेशिता पर इसके संदेश का एक स्मरणोत्सव था। विजेताओं का चयन स्‍वतंत्र जूरी ने किया था।

तीन श्रेणी की जरूरत करता है पूरा

टाटा स्टील फाउंडेशन ने 2017 में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक सहभागी इकोसिस्टम के रूप में सबल की शुरुआत की। सबल वर्तमान में तीन प्रमुख विकलांग व्यक्तियों की आवश्यकता को पूरा करता है। इसमें दृष्टि दोष, श्रवण दोष और हड्डी रोग शामिल हैं। यह हर साल 5,000 से अधिक लोगों के लिए गरिमा के अंतिम साधन के रूप में सक्षम बनाता है। भारत में 70% से अधिक विकलांग व्यक्तियों के ग्रामीण समुदायों से ताल्लुक रखने के कारण होने वाली बाधाओं को दूर करने की भी उम्मीद करता है, जबकि  समाधान का बड़ा हिस्सा शहरी समुदायों के लिए है। सबल अवार्ड्स दिव्यांग लोगों के बीच प्रतिभा की तलाश करने और पहचानने का एक प्रमुख प्रयास है। हर समय यह विश्वास करते हुए कि सफलता और उत्कृष्टता की खोज में उनकी सहज भावना का जश्न नहीं भूलना चाहिए।

स्‍वतंत्र जूरी ने विजेता चुने

इस वर्ष, पुरस्कारों को भारत के 25 राज्यों और 5 केंद्र शासित प्रदेशों से 700 से अधिक प्रविष्टियां मिलीं। इनमें से 56 प्रतिभागियों को स्वतंत्र जूरी द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता  श्रेणियों में चुना गया था। ये कुशल गायक, चित्रकार, नर्तक, लेखक और सामुदायिक कार्यकर्ता हैं, लेकिन एक ऑटिस्टिक बच्चा होने के बावजूद एब्स्ट्रैक्ट फोटोग्राफर भी हैं। पुरस्कार शंकर महादेवन के साथ उनकी अकादमी के माध्यम से मेक म्यूजिक एक्सेसिबल नामक एक परियोजना के लिए बोर्ड में आने के साथ भी  चर्चा में है, जो संगीतकार और गायक श्रेणियों में सभी प्रतिभागियों को सालाना परामर्श प्रदान करेगा।

विजेताओं में ये हैं शामिल

स्पिरिट ऑफ एक्सप्रेशन और स्पिरिट ऑफ रेजिलिएंस के तहत विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए। विजेताओं में महेंद्र दास, मानस कुमार दास, दीपाली शर्मा, अमित कुमार (सबल-कलाकार), सुधा कुजूर, अत्रे मयूरी हेमंत, श्रेया युवराज गढ़वे, एन नजानो शिटियो, बसंत केवट, बालासुब्रमण्यम ग्रांडी (सबल-गायक), डॉली सिंह,  गुरजंत सिंह, वकार यूनुस, आलोकिता, आंचल कायत (सबल-वर्डस्मिथ), विश्वास के एस, शिवानी देशवाल, ऐश्वर्या देवकीनंदन चौहान, मंसूरी साहिल, प्राची चौधरी, रोजलिनी चौधरी (सबाल-नर्तक), सैम वर्गीस, आनंद जी अनन्या हलर्नकर, अनुराग भौमिक, श्रेयन चक्रवर्ती, गोपीकृष्णन के वर्मा (सबल-कलाकार), श्री हनी भागचंदानी, श्रीमती बिजल हरखानी (सबल डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेटिव सॉल्यूशंस) केतौलहौतुओ ज़ुयी, प्रथम अशोक राठौड़, सुकृति पाल और रघुनाथ नाग ने पुरस्कार प्राप्त किए।

सबल म्यूजिकल उस्ताद श्रेणी

जावेद अहमद टाक, डॉ रोशन जहां जवाद अहमद शेख, डॉ साई कौस्तुव दासगुप्ता, पूजा गुप्ता, विक्रम अग्निहोत्री, विश्वास केएस, पेरिला भूपेंद्र शेठ, श्रीमती ममता नामदेव तांबे, प्रणय पुरुषोत्तम बर्दे, राहुल बघेल को स्पिरिट ऑफ रेजिलिएंस सबल रोल मॉडल श्रेणी के तहत पुरस्कार मिले। 

स्पिरिट ऑफ रेजिलिएंस सबल साथी श्रेणी के तहत सिद्धांत शाह, अमर सूर्यभान वडोडे, अपू गायेन, आशा नायर को सम्मानित किया गया।

डॉ जितेंद्र अग्रवाल, डॉ मालविका अय्यर, आशीष कुमार, पूनम श्रोती, स्वर्णलता जे, एमडी जैनुद्दीन, तेनिक कुमार महतो को स्पिरिट ऑफ रेजिलिएंस सबल चेंज मेकर श्रेणी के तहत सम्मानित किया गया।