रांची। नाबार्ड ने 12 जुलाई, 2022 को 41वां स्थापना दिवस मनाया। रांची स्थित झारखंड क्षेत्रीय कार्यालय में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह थे। इस अवसर पर नाबार्ड की ओर से तीन पुस्तिकाओं का विमोचन किया गया। इनमें ‘झारखंड में नाबार्ड 2022”, ‘झारखंड में निम्न सीडी अनुपात का अध्ययन’ और ‘कृषि और संबंधित क्षेत्र निवेशों की इकाई लागत 2022-23’ शामिल था।
इस वर्ष के कार्यक्रम का मुख्य विषय ‘कृषि क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दे’ था। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक वीके बिष्ट ने झारखंड में कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में नाबार्ड की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि झारखंड में नाबार्ड का फोकस कारोबार से ज्यादा विकास पर है। इस साल फोकस राज्य में मत्स्य पालन के विकास पर है।
इस अवसर पर नाबार्ड के डीजीएम जय निगम ने राज्य स्थापना के बाद से झारखंड में नाबार्ड की यात्रा पर एक प्रस्तुति की गई। बीएयू के सिद्धार्थ जायसवाल ने ‘झारखंड में स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र’ पर प्रस्तुति दी। नाबार्ड ने अपने चैनल भागीदारों को विकासात्मक कार्यों के सफल क्रियान्वयन में उनके समर्थन के लिए सम्मानित किया।
इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक के जीएम (प्रभारी अधिकारी) संजीव सिन्हा, आईआईएनआरजी के निदेशक डॉ केके सिन्हा, जेआरजीबी के अध्यक्ष पीयूष भट्ट, कृषि विभाग के विशेष सचिव प्रदीप हजारी, झारखंड राज्य सहकारी बैंक के सीईओ डॉ मनोज कुमार, नाबार्ड के जीएम गौतम सिंह सहित नाबार्ड के सभी स्टाफ और सेवानिवृत्त स्टाफ उपस्थित थे।