PFI का मिशन 2047! भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की मंशा को लेकर बिहार में वूमेन सेल का गठन

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पटना। बिहार की राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में देश विरोधी गतिविधि साजिश को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद अब इसमें लिप्त अन्य आरोपितों की तलाश तेज हो गयी है। इस पूरे मामले में अब एनआइए की एंट्री भी हो चुकी है।

भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की मंशा रखकर देशविरोधी षडयंत्र रचने वाले इस गिरोह के 26 संदिग्धों पर पटना पुलिस ने नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें 22 अभियुक्त अभी भी फरार ही चल रहे हैं।

वहीं पीएफआइ संगठन की बड़ी साजिश का जब पर्दाफाश हुआ, तो नये- नये खुलासे सामने आ रहे हैं। सीमांचल में वीमेन यानी महिला विंग भी इसके लिए सक्रिय थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पटना के फुलवारीशरीफ में देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की तैयारी कर रहे कुछ साजिशकर्ता दबोचे गये, तो पीएफआइ संगठन के बड़े-बड़े राज बाहर आने लगे। भविष्य के लिए पीएफआइ ने बड़ी साजिश की तैयारी की थी। बिहार में बड़े स्तर पर पर्दे के पीछे से सारा खेल चल रहा था।

सीमांचल में वूमेन विंग बनाने की भी तैयारी चल रही थी। घरेलू महिलाओं को भ्रमित करने के लिए आगे की तैयारी भी शुरू कर दी गयी थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल और केरल की तर्ज पर बिहार में भी पीएफआइ अपना वूमेन विंग बनाने की तैयारी में था। आइबी ने इस संदर्भ में एक रिपोर्ट भी गृह मंत्रालय को भेजा था। इस विंग में जुड़ी महिला सदस्य अपने संगठन के मूल उद्देश्य को घर-घर तक महिलाओं के बीच लेकर जाती है।

शैक्षणिक संस्थाओं से लेकर घर की महिलाएं तक इनकी टारगेट होती है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से सीमांचल में इसकी जमीन तैयार की जा रही थी।

पीएफआई का वूमेन विंग एक विशेष उद्देश्य के तहत काम करता है। इसमें महिलाओं को शामिल किया जाता है। कैंपस और जनरल, ये दो शाखाएं होती हैं। कैंपस शाखा की महिला सदस्यों का निशाना शैक्षणिक संस्थानों पर होता है, जिसके परिसरों में ये काम करती हैं। दूसरी शाखा की सदस्यों का टारगेट गांव की महिलाएं होती हैं। जिनके बीच ये जाती हैं और उन्हें भड़काना इनका काम होता है। इनका मुख्य उद्देश्य संगठन के देशविरोधी लक्ष्य की प्राप्ति ही है।