Good News : डाकघरों में भी शुरू हुई एनईएफटी सुविधा, लेनदेन हुआ आसान

देश नई दिल्ली
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वाराणसी। भारत सरकार ने डाकघर के बचत खाताधारकों के लिए भी इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) की सुविधा आरम्भ कर दी है। इससे किसी भी बैंक के खाते से डाकघर खाते में और डाकघर खाते से बैंक खाते में राशि ऑनलाइन ट्रांसफर हो सकेगी। डाकघर काउंटर्स, इंटरनेट बैंकिंग अथवा मोबाइल बैंकिंग के जरिए इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है। उक्त जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने दी।

पोस्‍टमास्‍टर जनरल ने बताया कि काउंटर्स के माध्यम से इस सेवा का लाभ लेने के लिए ग्राहकों का डाकघर में बचत खाता होना चाहिए। एनईएफटी द्वारा राशि ट्रांसफर के लिए ग्राहकों को एक मैंडेट फॉर्म भरकर काउंटर पर देना होगा। डाकघर खातों में धनराशि के ट्रांसफर के लिए देश के सभी डाकघरों के लिए केवल एक ही आईएफएससी कोड  IPOS0000DOP होगा। पूरे भारत के सभी डाकघरों का एक ही आईएफएससी कोड होने से ग्राहकों को प्रत्येक डाकघर का अलग से आईएफएससी कोड नहीं ढूंढना पड़ेगा।

कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर की सुविधा से लोगों को काफी सहूलियत होगी। डाकघरों के लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और सुकन्या समृद्धि योजना के खाताधारक अपने इन खातों में बैंक के जरिये एनईएफटी द्वारा घर बैठे राशि जमा कर सकते हैं। एनईएफटी में राशि ट्रांसफर करने की न्यूनतम सीमा 1 रुपये और अधिकतम सीमा 15 लाख है। इंटरनेट बैंकिंग अथवा मोबाइल बैंकिंग के तहत एक दिन में अधिकतम 5 ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। प्रति ट्रांजैक्शन अधिकतम 2 लाख रुपये एवं प्रतिदिन 10 लाख रुपये एनईएफटी किये जा सकते हैं।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

पोस्टमास्टर जनरल ने बताया कि 10 हजार रुपये तक की एनईएफटी के लिए खाताधारकों को 2.50 रुपये और जीएसटी देना होगा। दस हजार से एक लाख रुपये तक के लिए यह चार्ज बढ़कर पांच रुपये व जीएसटी होगा। इसके अलावा एक लाख से दो लाख रुपये तक के लिए 15 रुपये व जीएसटी और 2 लाख से अधिक की रकम के लिए 25 रुपये व जीएसटी देना होगा। इंटरनेट बैंकिंग अथवा मोबाइल बैंकिंग के तहत यह सुविधा 24 घंटे मुफ्त में उपलब्ध है।