- बीपीएल परिवार से भी युवा बनेंगे पदाधिकारी
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को संयुक्त असैनिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा, 2021 के माध्यम से झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित 252 पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र देंगे। ये सभी 7वीं से 10वीं झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा के सफल अभ्यर्थी हैं। उक्त परीक्षा का परिणाम मात्र 251 दिनों में प्रकाशित हुआ था, जो झारखंड के इतिहास में रिकॉर्ड है। इनका युवाओं का चयन झारखंड प्रशासनिक सेवा, झारखंड पुलिस सेवा, झारखंड नगरपालिका सेवा, झारखंड शिक्षा सेवा, झारखंड श्रम नियोजन सेवा, झारखंड नियोजन सेवा, झारखंड रजिस्ट्रेशन सेवा, झारखंड सहकारिता सेवा एवं अन्य सेवाओं के लिए हुआ है।
गरीब के बेटा-बेटी की मेहनत को सम्मान
इस परीक्षा में कई अभ्यर्थी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले भी हैं, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में सफलता प्राप्त की। झारखंड सरकार ने जेपीएससी परीक्षा में अधिक से अधिक युवाओं की भागीदारी के लिए परीक्षा शुल्क में भारी कटौती की थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर परीक्षा फॉर्म का शुल्क घटाया गया। परीक्षा शुल्क 600 रुपये से घटाकर 100 रुपये किया। SC/ST वर्ग के लिए शुल्क 150 रुपये से 50 रुपये किया गया। साथ ही, रिकॉर्ड करीब एक हजार परीक्षा केंद्र में परीक्षा आयोजित कर प्रतिभाशाली युवाओं को जेपीएससी परीक्षा में शामिल होने का अवसर दिया गया।
मेहनती युवाओं में उत्साह का माहौल
मालूम हो कि झारखंड लोक सेवा आयोग के ईमानदार प्रयास से प्रशासनिक सेवा के लिए जो परिणाम आए हैं, उसमें अधिकतम अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो सामान्य परिवारों से एवं अंतिम पंक्ति के गरीब गुरबों परिवारों से हैं। वे गेट, ग्रिल मिस्त्री, मजदूर, किसान, राजमिस्त्री, फेरा लगाने वाले और ऑटो चलाने वाले समेत बीपीएल परिवार से आते हैं। इनका चयन होने से झारखंड के मेहनती युवाओं में उत्साह का माहौल है। अब आम लोग समझने लगे हैं कि किसी की गरीबी आड़े नहीं आ रही है। मेहनत और काबलियत के दम पर युवा अपना सुनहरा भविष्य लिख रहा है। राज्य में सभी को मेधा के अनुसार सम्मान मिले, इसी लक्ष्य के साथ मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार नियुक्तियां निकाल रही है।