पलामू। किसानों को कम अवधि वाली फसलों की खेती करने की सलाह कृषि विशेषज्ञों ने दी है। पलामू के नौडीहा बाजार के नामुदाग की तेलियाडीह पंचायत में आत्मा की ओर से किसान गोष्ठी का आयोजन सोमवार को किया गया। मौके पर प्रखंड तकनीकी प्रबंधक संजय कुमार ने वैकल्पिक फसल लगाने पर बल दिया। उन्होंने किसानों को कम अवधि में तैयार होने वाली फसलों के बीज प्रभेदों का प्रयोग करने की जानकारी दी।
प्रखंड तकनीकी प्रबंधक ने कहा कि किसान कम अवधि की नकदी फसल लगायें, तो ज्यादा फायदा होगा। किसान धान की लंबी अवधि/ज्यादा दिनों में तैयार होने वाली बीज प्रभेदों का इस्तेमाल नहीं करें। कम अवधि और समय में फसल तैयार होने वाले बीज प्रभेदों का उपयोग करें। धान की फसल खेत के निचले भागों में लगाए, जहां अधिक नमी रहती हो।
प्रबंधक ने कहा कि खेत के ऊपरी भागों में कोई अन्य फसल लगाएं। ऊपरी भाग में धान का फसल लगाने से पानी की कमी की वजह से नुकसान की आशंका रहती है। ऐसे में किसान हमेशा विशेषकर धान की फसल के लिए नीचले और अधिक नमी वाली भूमि का चयन करें। वहां रोपनी करें। इससे फसल का पैदावार अच्छी होगी।
संजय कुमार ने किसानों से ललाट, सहभागी, अंजली एवं IR-64 (DRT) प्रभेद को लगाने की भी सलाह दी। इन प्रभेदों को लगाने से किसानों को होने वाले फायदे की जानकारी भी दी।
किसानों को 31 जुलाई तक मक्का, कुलथी, तोरिया और 15 अगस्त तक रागी, ज्वार- बाजरा, उरद, मडुआ की फसल लगाने की सलाह दी। किसानों को उन्होंने टमाटर, मिर्च, बंधा गोभी, फूल गोभी आदि सब्जी की खेती करने के लिए भी जागरूक किया। उन्होंने कहा कि सब्जी की खेती नकदी फसल है। इससे किसानों की आर्थिक आमदनी अच्छी होती है।
किसान गोष्ठी का संचालन एटीएम जयगोविंद यादव ने किया। मौके पर किसान अभिमन्यु प्रसाद, बसंत प्रसाद, हमीद अंसारी, प्रवेश साव सहित गांव के अन्य पुरुष-महिला किसान उपस्थित थे।