रांचीः विश्वास महारैली में जेपी नड्डा ने कहा- गांधी जी से पहले आदिवासियों ने किया था आंदोलन

झारखंड
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रांची। राजधानी रांची के ऐतिहासिक मैदान मोरहाबादी में आयोजित बिरसा मुंडा विश्वास महारैली को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि आदिवासी समुदाय का हर क्षेत्र में इतिहास निराला रहा है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में आदिवासी समुदाय का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सबसे पहले आदिवासियों ने आवाज बुलंद की है। तिलकामांझी हों या सिदो-कान्हू या फिर चांद भैरव सभी ने देश की आजादी में सबसे पहले योगदान दिया। उन्होंने कहा कि जब गांधी जी का आंदोलन स्वतंत्रता संग्राम के लिए शुरू नहीं हुआ था, उससे 100 वर्ष से ज्यादा पहले आये आदिवासी भाई अंग्रेजों के दांत खट्टे कर रहे थे। जे पी नड्डा ने कहा कि आजादी के 70 वर्षों तक आदिवासी समुदाय को हासिये पर रखा गया। कभी इनके समुचित विकास की चिंता नहीं की, सिर्फ आदिवासी समुदाय को वोट बैंक समझा, लेकिन जब भी देश में भाजपा की सरकार आयी है आदिवासी समुदाय को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय आदिवासियों के विकास के लिए अलग से जनजातीय मंत्रालय का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि अटल जी की योजनाओं को सफलतापूर्वक हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चला रहे हैं। कैसे आदिवासी भाई बहनों को स्वास्थ्य सुविधा मिले, शिक्षा की समुचित व्यवस्था हो या फिर रोजगार की सभी में आदिवासी समुदाय का ध्यान रखा गया। नड्डा ने कहा कि भाजपा का सिद्धान्त है कि देश की सेवा करो और देश और राज्य की जनता मेवा खाये। इसी उद्देश्य के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काम कर रहे हैं। सेवा भाव को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

यही वजह है कि केंद्र सरकार ने जितनी भी योजना बनाई है, वह देश के गरीबों, वंचितों और आदिवासियों के हित में बनाई है, लेकिन झारखंड की हेमन्त सरकार ने राज्य की जनता की नहीं, बल्कि अपने और अपने परिवार और मित्रों की चिंता की है। लगातार झारखंड में लूट की घटनाओं की सूचना आ रही है। छापा एक आईएएस अधिकारी पर पड़ता है और दर्द हेमन्त सोरेन और उनके गुर्गे को होता है।