पंचायत चुनाव का ग्रामीण करेंगे बहिष्कार, वर्षों से सड़क नहीं बनी, तो वोट क्यों दें

झारखंड
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कांके (रांची)। झारखंड की राजधानी रांची जिले के कांके प्रखंड के बनहारा व कुम्हरिया गांव के ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार का एलान किया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के विकास के लिए बुनियादी सुविधाओं में पक्की सड़क का होना जरूरी है। वर्षों से सड़क नहीं बनी है, तो वोट क्‍यों दें।

पांच किमी सड़क है जर्जर

जानकारी के अनुसार यह मामला संग्रामपुर रिंग रोड से सटे उलातू और सतकनादू पंचायत के बनहारा और कुम्हरिया का है। यहां के ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर दिया है। रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे के साथ मतदान करने से इनकार किया है। ग्रामीणों का कहना है कि संग्रामपुर रिंग रोड से बनहारा होते हुए कुम्हरिया चौक तक की पांच किमी सड़क जर्जर है। इस पर जगह-जगह एक से दो फीट तक गड्ढे बन गए हैं। बारिश होने पर सड़क पर गड्ढों पर पानी भर जाता है। राहगीरों को परेशानी होती है।

क्या कहना है ग्रामीणों का

बनहारा निवासी समाजसेवी हनीफ अन्सारी का कहना है कि विगत 10 वर्षों से इस जर्जर सड़क को लेकर मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, विभागीय सचिव, उपायुक्त से कई बार ग्रामीण पत्राचार कर चुके हैं। सड़क मरम्मत कराने की मांग कर चुके हैं। इसके बावजूद अब तक केवल अश्‍वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।

कुम्हरिया निवासी सोहराई टोप्पो का कहना है कि इस सड़क से होकर दर्जनों गांव के लोग प्रतिदिन आना-जानान करते हैं। स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों, रोजमर्रा के लिए रांची में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले मजदूर व किसान अपने उत्पाद बाजार में बिक्री करने के लिए इसी मार्ग से होकर गुजरने को मजबूर हैं।

ज्ञात हो कि पंचायत चुनाव को लेकर गांव-गांव में राजनीतिक तापमान चरम पर है। ऐसे में दोनों गांव में चुनाव का बहिष्कार होने से चुनाव को लेकर कोई सरगर्मी नहीं रहेगी। मौके पर धुंधा उरांव, ललित सिंह, कलीम खान, हवलदार उरांव, संध्या देवी, सोहराई टोप्पो, हनीफ अन्सारी,संजय महतो, अखिलेश महतो, मनव्‍वर खान सहित कई ग्रामीण शामिल थे।