स्‍कूल रूआर अभियान को नहीं मिली अपेक्षित सफलता, सचिव गंभीर, दिये ये निर्देश

झारखंड शिक्षा
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रांची। झारखंड में ‘स्‍कूल रूआर 2022’ अभियान को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। राज्‍य के 12 हजार 641 स्‍कूलों ने इससे संबंधित आंकड़े नहीं भेजे। इसे शिक्षा सचिव ने गंभीरता से लिया है। इस संबंध में उन्‍होंने 26 मई को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) को पत्र लिखा है।

शिक्षा सचिव ने शिक्षा पदाधिकारियों को लिखा है कि 5 अप्रैल से 4 मई, 2022 तक ‘स्कूल रूआर 2022’ (Back to School Campaign) का आयोजन किया गया। उक्त अभियान का अनुश्रवण विभिन्न स्तर से किया गया। हालांकि अपेक्षित फलाफल की प्राप्ति नहीं हो पाई है।

सचिव ने लिखा है कि विद्यालयों द्वारा प्रतिदिन Google Link के माध्यम से सूचनाएं प्रदान करने में लापरवाही बरती गई है। शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा भी उन विद्यालयों को सूचनाएं भेजने के लिए अपेक्षित पहल नहीं कराई गई है। विद्यालयों द्वारा Google Link के माध्यम से केवल 22,801 विद्यालयों से प्राप्त आंकड़ों प्राप्त है।

सचिव ने दस दिनों के अंदर प्राथमिकता के आधार पर विद्यालयों को नामांकन से संबंधित आंकड़ा उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्‍होंने लिखा है कि किसी भी परिस्थिति में उक्त कार्य में विलंब स्वीकार्य नहीं है।

जानकारी हो कि राज्‍य में सरकारी स्‍कूलों की सख्‍या 35 हजार 442 है। इसमें से मात्र 22 हजार 801 स्‍कूलों ने आंकड़े भेजे हैं। यानी महज 64 फीसदी स्‍कूलों ने आंकड़े उपलब्‍ध कराये हैं। सबसे खराब स्थित जामताड़ा, हजारीबाग और दुमका की है।

जिलावार मिले आंकड़े