अनिल बेदाग
मुंबई। आज के दौर में दया और भलाई के काम दुर्लभ हो गए हैं। हालांकि दुनिया में अब भी कई नेक लोग मौजूद हैं, जो दूसरों को खुशियां बांटते हैं। इन्हीं में से एक गुडविल की एम्बेसडर पेरिस केसवानी है। पेरिस केसवानी पिछले 20 साल से बड़ी खामोशी से अपनी कम्युनिटी में जरूरतमंदों की सेवा कर रही है। वह वैश्विक स्तर पर सभी के लिए मानवाधिकारों और समानता का संरक्षण करने को लेकर कार्य कर रही हैं।
पेरिस केसवानी (पूनम केसवानी) ने बेघर, विस्थापित बच्चे, अनाथ, दुर्व्यवहार की शिकार माताएं और प्राकृतिक आपदा से विस्थापित लोगों के काम आने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है। उन्होंने न्यूयॉर्क नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन, ग्रेट गिविंग चैरिटेबल ग्लोबल फाउंडेशन के साथ गठबंधन और साझेदारी करके लोगों की मदद की।
भारत में जन्मी पेरिस केसवानी अमेरिका में शिफ्ट हो गई है। वहां उन्होंने लोक प्रशासन में ऑनर्स किया है। वह बाद में सर्टिफाइड जेमोलॉजिस्ट बन गई। सफल उद्यमी भी बन गई। एक ज्वेलरी डिजाइनर और सेल्स एसोसिएट के रूप में उन्होंने शुरू में अपने तरीके से काम किया। आज एक जौहरी और ब्यूटी क्वीन के रूप में पेरिस केसवानी ने अपने पूरे प्रोफेशनल जीवन को मानवता की सेवा के लिए, वैश्विक शांति को बढ़ावा देना, गरीबी उन्मूलन और सभी के लिए आवास का प्रावधान करने के लिए समर्पित कर दिया है।
यूनिसेफ और न्यू यार्क केयर्स में पेरिस स्वयंसेवक के रूप में काम करती है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रोग्राम का हिस्सा बनने के लिए सम्मानित है। 11 साल के बेटे प्रिंस की मां होने के अलावा वह हर मंगलवार को 200 से अधिक बेघर लोगों को खाना खिलाती है। हर सप्ताह के अंत में एक नए वृद्धाश्रम में बुजुर्गों से मिलने जाती है।
वह एक वार्षिक पुस्तक मेला का आयोजन करती है। खिलौना और कंबल ड्राइव बड़े पैमाने पर चलाती हैं। हमारे पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षारोपण परियोजनाओं का हिस्सा रहती हैं। न्यू जर्सी के अच्छे लोगों द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। उनकी सराहना की गई। वह जरूरतमंद बच्चों की मदद करती रहती हैं।