विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर रिनपास में हुए कई कार्यक्रम, चला जागरुकता अभियान

झारखंड सेहत
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रांची। विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर झारखंड की राजधानी रांची के कांके स्थित रिनपास ने 31 मई को संगोष्ठी का आयोजन किया। विकिरण ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ आफताब आलम अंसारी और अनीश हैदर अतिथि थे। कार्यक्रम में मरीज के परिजन, अस्पताल के कर्मचारी, डॉक्टर,  एमफिल और पीएचडी के छात्र मौजूद थे।

इस अवसर पर संस्थान की निदेशक डॉ जयति सिमलाई ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस मानाने की उद्देश्य, प्रासंगिकता एवं संदेश से अवगत कराया। डॉ आफताब आलम ने झारखंड में तंबाकू की स्थिति पर चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि तंबाकू उद्योग हमारे पर्यावरण को नष्ट कर रहा है। तंबाकू की खेती के लिए वनों को कटा जा रहा है। तंबाकू के कचरे से हमारी मिट्टी को नुकसान हो रहा है। उन्होंने जीवन शैली में बदलाव के 7 टिप्स दिए, जिससे शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।

इस अवसर पर डॉ मनीषा किरण (विभागाध्यक्ष, डिपार्टमेंट ऑफ साइकेट्रिक सोशल वर्क), डॉ मसरूर जहां (विभागाध्यक्ष नैदानिक मनोविभाग), पूर्व निदेशक डॉ अमूल रंजन, डॉ भुवन ज्योति (सीनियर डेंटल सर्जन), पूर्व निदेशक डॉ सुभाष सोरेन, डॉ अमित, डॉ विनोद और संस्थान के साइकेट्रिक सोशल वर्कर डॉ रेखा, डॉ सुजीत, अरविंद, पंकज और राज किशोर मुंडा उपस्थित थे।

इस क्रम में डिपार्टमेंट ऑफ साइकेट्रिक सोशल वर्क ने जागरुकता अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कांके और रिनपास के बाह्य रोगी विभाग में किया। नुक्कड़ नाटक साइकेट्रिक सोशल वर्क और नैदानिक मनोविज्ञान के छात्र-छात्राएं द्वारा किया गया। इसके माध्‍यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और रिनपास में आने वाले लोगों को तंबाकू से स्वास्‍थ्‍य, मानसिक स्वास्‍थ्‍य के साथ-साथ पारिवारिक और व्यवसाय में होने वाले नुकसान से अवगत कराया।