कॉलेज ऑफ फिशरीज साइंस ने मनाया विश्व मछली प्रवासन दिवस

झारखंड
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रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय अधीनस्थ संचालित राज्य के एकमात्र गुमला स्थित कॉलेज ऑफ फिशरीज साइंस में शनिवार को ऑनलाइन मोड में विश्व मछली प्रवासन दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन कॉलेज के बैच 2020-24 के छात्रों ने किया। इसके माध्यम से छात्रों ने विश्व मछली प्रवासन दिवस विषय पर विभिन्न दृश्य बिंदु को सामने लाने का प्रयास किया।

छात्रों ने मूल रूप से बढ़ती प्रौद्योगिकी और मानव आबादी में अत्यधिक वृद्धि से जलीय और समुद्री जीव संकट को प्रस्तुत की। जिसे छात्रों ने कविता, पोस्टर, प्रस्तुतियां एवं भाषण के माध्यम से रखा. मछली प्रवास के अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में जागरुकता का प्रयास किया।

मुख्य अतिथि साइर कॉट्यूरियर, निदेशक, समुद्री संस्थान, मेमोरियल विश्वविद्यालय, न्यूफाउंडलैंड, कनाडा ने मछली प्रवास के खतरे और समस्या के समाधान पर चर्चा की और छात्रों के प्रयासों की सराहना की।

मौके पर कॉलेज के एसोसिएट डीन डॉ एके सिंह एवं विश्व मछली प्रवासन दिवस की इवेंट मैनेजर, स्पेन की  ऐलेना सेब्रियन अल्फाया ने मछली प्रवास पर अपने विचारों को रखा।

एंकरिंग कुमारी काजल और सुभ्रा पल्लव भट्ट द्वारा किया गया। कॉलेज के विद्यार्थी सुभंग चंद्र और निकिता कुमारी स्मिता साक्षी, पलक साहू, पायोज़ मोहंती और रानी मिन्ज ने मछली प्रवास का अतीत वर्तमान और भविष्य के विषय पर प्रस्तुति दी।

सुकृती मंडल और सौर्य दत्त ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से ‘पलायन कर रही मछलियों को खतरा’ के सबंध में बताया। स्टीव मिंज ने पोस्टर्स और अभिषेक मांझी ने एक छोटा सा वीडियो के माध्यम से विषय को प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में ऑनलाइन मोड में केरल के यूनिवर्सिटी ऑफ फिशरीज एंड ओशन स्टडीज डॉ जे जयललिता मत्स्य विश्वविद्यालय, नागपट्टिनम, तमिलनाडु, राज्य मात्स्यिकी विभाग, महाराष्ट्र एवं मणिपुर, सीआईएफ, मुंबई तथा मात्स्यिकी महाविद्यालय, किसानगंज, बिहार के विषय विशेषज्ञ, सहायक प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों सहित करीब 90 लोगों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक स्टैनजि‍न गावा के निर्देशन में कॉलेज के विद्यार्थी उत्तम नारायण, देवाशीष पाल, शाम्भवी मिश्रा एवं अन्य द्वारा किया गया।