रांची। देशभर में भीषण गर्मी के साथ ही बिजली संकट भी गहराता जा रहा है। देश के बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत करीब 10 राज्यों में बिजली की भारी संकट पैदा हो गया है। आलम यह कि कई राज्यों के पास बिजली उत्पादक संयंत्रों के पास कोयले की कमी भी देखने को मिल रहा है।
स्थिति यह है कि महाराष्ट्र और पंजाब समेत कई राज्यों के बिजली उत्पादक संयंत्रों के पास एक हफ्ते से भी कम दिनों तक बिजली बनाने के लिए कोयले का भंडार बचा है। ऐसी स्थिति में अगर इन बिजली उत्पादक संयंत्रों को जल्द ही कोयले की आपूर्ति नहीं की गई, तो देश के कई राज्यों में ब्लैक आउट घोषित हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देश में कोयले से बिजली बनाने वाले थर्मल पावर प्लांट्स के पास 12 अप्रैल तक करीब 8.4 दिन का ही कोयला बचा हुआ था। महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने शुक्रवार को ही बताया कि राज्य के पास केवल छह दिनों के लिए कोयले का स्टॉक बचा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना पाबंदियों की वजह से राज्य में बिजली की मांग बढ़ी है। इसके साथ ही, उन्होंने कोयले की आपूर्ति और मालगाड़ियों के कुप्रबंधन को लेकर केंद्र सरकार का जिम्मेदार ठहराया है।