टाटा स्टील ने थिएस के साथ कारोबार सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए

झारखंड बिज़नेस
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जमशेदपुर। टाटा स्टील ने अन्वेषण, संसाधन मूल्यांकन और माइन प्लानिंग जैसे क्षेत्रों में माइनिंग संबंधी तकनीकी सेवाएं प्रदान करने के लिए थिएस के साथ एक कारोबार सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। थिएस वैश्विक खनन उद्योग को प्रतिस्पर्धी एकीकृत व्यापार समाधान देने के लिए टाटा स्टील के साथ भी सहयोग करेगा। थिएस ऑस्ट्रेलिया से बाहर स्थित सबसे बड़े खनन सेवा प्रदाताओं में से एक है।

टाटा स्टील थिएस इंडिया इंजीनियरिंग हब के साथ मिलकर काम करेगी, जो थिएस के वैश्विक संचालन को तकनीकी सहायता प्रदान करता है, जिसमें जियो टेक्निकल और माइन इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी सर्विस डिलीवरी, बिजनेस प्रोसेस ऑटोमेशन और लर्निंग तथा डेवलपमेन्ट सेवाएं शामिल हैं।

इस समझौते पर वाईस प्रेसिडेंट (रॉ मटेरियल्स) डीबी सुंदरा रमम ने कहा, ‘हम एक सदी से भी अधिक समय से टाटा स्टील के नेचुरल रिसोर्सेस डिवीजन के साथ माइनिंग बिजनेस में हैं, जिसने सस्टेनेबल खनन के लिए अपनी कैप्टिव माइंस को विभिन्न अन्वेषण और खान नियोजन सेवाएं प्रदान की हैं। हमें टाटा स्टील इंडस्ट्रियल कंसल्टिंग के माध्यम से टाटा स्टील के बाहर खनन उद्योग के लिए व्यावसायिक रूप से अपनी माइन टेक्निकल सर्विसेज की पेशकश करते हुए खुशी हो रही है। यह समझौता भारत में विशेष रूप से और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामान्य रूप से अधिक वैज्ञानिक और सस्टेनेबल माइनिंग विकास के लिए ऐसी सेवाओं के मानकों को बढ़ाने की दिशा में हमारी क्षमताओं और दक्षता का पूरक होगा।’

थिएस के कार्यकारी अध्यक्ष और सीईओ माइकल राइट ने कहा, ‘हम टाटा स्टील के सहयोग से माइन प्लानिंग और इंजीनियरिंग सेवाएं देने के लिए काम कर रहे हैं। मूल्य निर्माण और सस्टेनेबिलिटी पर साझा फोकस के साथ, यह समझौता एक मजबूत साझेदारी की नींव है और हमारी सेवाओं में विविधता लाने और वस्तुओं तथा  भौगोलिक क्षेत्रों में हमारे विकास में तेजी लाने के हमारे प्रयासों को पूरा करता है।‘

टाटा स्टील और थिएस ने एक साथ मिलकर लंबी अवधि के लिए सस्टेनेबल माइन डेवलपमेंट के लिए तकनीकी सेवाएं देने के लिए विशिष्ट रूप से अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।