प्रशांत अंबष्ठ
गोमिया (बोकारो)। ललपनिया स्थित टीटीपीएस से विद्युत उत्पादन के कारण प्लांट का तापमान सामान्य से थोड़ा गरम रहता है। हालांकि बीते गुरुवार को ललपनिया में गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो का पुतला दहन के बाद सियासत गर्म हो गई है। पुतला दहन टीटीपीएस, ललपनिया के विस्थापितों और तेनुघाट विद्युत मजदूर यूनियन द्वारा की गई थी। इस कार्यक्रम में झारखंड मुक्ति मोर्चा के गोमिया प्रखंड अध्यक्ष एवं बीस सूत्री के प्रखंड अध्यक्ष लुदू मांझी भी मौजूद थे। लुदू मांझी एवं यूनियन के नेताओं के नेतृत्व में विधायक का पुतला जलाया गया था। इसके बाद यह मामला राजनीतिक रूप ले लिया है। दोनों ओर से प्रतिक्रिया हो रही है।
क्या है मामला
दरअसल गोमिया विधायक ने टीटीपीएस, लालपनिया में ठेका मजदूरों के संबंध में विधानसभा में सवाल किया था। उन्होंने कहा था कि ठेका मजदूरों की सेवानिवृत्ति की कोई उम्र तय नहीं है। वे जब तक काम कर सकते हैं, उन्हें करने दिया जाना चाहिए। इसके बाद यदि वह काम करने में सक्षम नहीं होंगे, तो उनकी जगह पर उनके आश्रित को काम मिलना चाहिए। इसी सवाल को लेकर तेनुघाट विद्युत मजदूर यूनियन और झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष के नेतृत्व में विधायक का पुतला दहन किया। उन्होंने दलील दी कि यदि ठेका मजदूरों 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त नहीं होते हैं तो यहां के स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार कैसे मिलेगा। इसी का विरोध करते हुए उन्होंने विधायक का पुतला जलाया।
विधायक ने ये कहा
गोमिया विधायक ने कहा कि वे यहां के विस्थापित, ठेका मजदूर एवं स्थानीय लोगों के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे। उनका पुतला दहन करने से वे मजदूरों की हक की बात करना नहीं छोड़ सकते। उन्होंने कहा कि जो लोग टीटीपीएस की दलाली कर रहे हैं, उनके काले कारनामों को उजागर किया जाएगा। उन्हें जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि टीटीपीएस में कई ऐसे मामले हैं, जिस पर पर्दा डाल के रखा गया है। उस सभी मामलों को उजागर किया जाएगा। इसके लिए चाहे सीबीआई, विजिलेंस या सीआईडी हो या विधानसभा की जांच समिति हो, सभी स्तर पर शिकायत की जाएगी। जांच कराकर इसमें शामिल भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा जाएगा।