Jhar-Jal Mobile App पर लोग दर्ज करा सकते हैं पानी की शिकायत

झारखंड
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  • पानी से संबंधित 45 दिन से पुरानी एक भी शिकायत लंबित नहीं
  • झारखंड में खराब हैं 51,257 नलकूप, चल रहा मरम्‍मत का काम

रांची। पेयजल सचिव प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य के सभी परिवारों तक गुणवत्तापूर्ण पानी की उपलब्धता निरंतर करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। राज्य में बढ़ रही गर्मी एवं अन्य विभिन्न प्रकार के शिकायतों का निपटान करने के लिए विभाग कॉल सेंटर चला रहा है। यह कॉल सेंटर प्रातः 8 बजे से लेकर संध्या 8 बजे तक निर्बाध रूप कार्य करता है। इसपर प्राप्त शिकायतों के लिए प्रत्येक दिन विभागीय वरीय पदाधिकारी, प्रत्येक 15 दिनों में निदेशक एवं माह के अंत में विभागीय सचिव स्वयं शिकायतों कि समीक्षा करते हैं। इसके त्वरित निष्पादित किया जाता है। सचिव राज्य में बढ़ रही गर्मी एवं अन्य विभिन्न प्रकार की शिकायतों का निपटान और विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति को लेकर 21 अप्रैल को प्रेस से बात कर रहे थे।

प्रशांत कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा संचालित कॉल सेंटर में जन शिकायतों को विभिन्न माध्यमों से दर्ज कराया जा रहा है। इसमें टोल फ्री नंबर 18003456502 एवं मोबाईल/ व्‍हाट्सएप नंबर 9470176901, e-Mail callcentredwsd.jharkhand@gmail.com, Jhar-Jal Mobile App शामिल है। उन्होंने बताया कि विभिन्न जिलों से अब तक इन माध्यमों से 2,326  शिकायतें दर्ज हुई है। इसमें से 1,502 शिकायतों का निराकरण कर लिया गया है। शिकायतों का निराकरण त्वरित रूप से किया जा रहा है। 45 दिन से पुरानी एक भी शिकायत लंबित नहीं है। इसके साथ ही मीडिया के विभिन्न माध्यमों द्वारा भी विभाग को जन शिकायतों से अवगत कराया गया है। शिकायतों के 178 मामले सामने लाए गए थे, जिसमें से 144 का निष्पादन कर लिया गया है। शिकायतों के ससमय निपटान के लिए अंतर विभागीय बैठक और सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ बैठक कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

पेयजल सचिव ने बताया कि अप्रैल तक राज्य में नलकूपों की संख्या 4,40,767 है, इसमें 3,89,510 नलकूप सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं। शेष नलकूपों की मरम्मत कार्य विभाग द्वारा कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा संचालित योजना जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवारों को कार्यरत घरेलू नल से जल उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि 2024 तक राज्य के 59,23,320 ग्रामीण परिवारों को चरणबद्ध तरीके से जल पहुंचाने का लक्ष्य है।

सचिव ने बताया कि राज्य में स्वच्छ जल को घरों तक पहुंचाने के लिए विभाग द्वारा अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए राज्य के 175 विभागीय अभियंता एवं अधिकारियों को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिलाया गया है। पलम्बर, इलेक्ट्रीशियन, पम्प ऑपरेटर में 1939 बेरोजगार युवकों को प्रशिक्षित किया गया है। वर्ष 2022-23 में 1200 अन्य बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। जल जांच के लिए जल सहियाओं के माध्यम से जल के नमूनों की जांच कराई जा रही है। क्षमता संवर्धन एवं सामुदायिक जन- जागरुकता अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम के 5 महिलाओं को जल गुणवत्ता संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।

मौके पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता प्रमुख आरएन शर्मा, विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।