लोगों से ‘दारोगा जी’ ले रहे थे पैसा, पकड़े जाने पर पुलिस रह गई हैरान

देश बिहार
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मुंगेर। लोगों से ‘दारोगा जी’ पैसा ले रहे थे। सूचना मिलने पर एसपी ने इसकी जांच का आदेश दिया। उसे पकड़ा गया। पूछताछ करने के बाद पुलिस हैरान रह गई। यह मामला बिहार के मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र का है।

पकड़ा गया कथित दारोगा मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी सुरेंद्र पासवान का 30 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार है। वह खुद को 2017 बैच का दारोगा बताता था। अपनी पोस्टिंग बेगुसराय में होने की बात कहता था। लोगों को सिपाही और दारोगा की नौकरी दिलाने की बात कहकर मोटी रकम की वूसली कर रहा था।

इस बात की जानकारी मुंगेर एसपी जगुनाथ जला रेड्डी को मिली। उन्होंने इसकी जांच की जिम्मेदारी लड़ैयाटांड़ थाना प्रभारी नीरज कुमार ठाकुर को दी। नीरज कुमार के पूछताछ करने पर भी राहुल ने बताया कि वह 2017 बैच का दारोगा है। फिलहाल बेगुसराय में पोस्टेड है।

उससे मिली जानकारी के बाद बेगुसराय पुलिस प्रशासन से पुष्टि की गई। पता चला कि इस नाम का कोई भी दारोगा नहीं है। इसके बाद उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सच्चाई पुलिस को बताई।

सदर डीएसपी नंदजी प्रसाद ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली थी कि लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी राहुल कुमार खुद को दारोगा बता रहा है। लोगों को नौकरी दि‍लाने के नाम पर पैसों की वसूली कर रहा है।

सूचना के बाद जब आरोपी के घर पुलिस छापेमारी करने पहुंची, तब उसने अपनी हनक दिखाई। खुद को 2017 बैच का दारोगा बताया। जब पुलिस द्वारा पुलिस रूल और बैचमेट के बारे में पूछा गया, तब वह कुछ भी नहीं बता सका।

शक के आधार पर राहुल को पुलिस थाना लाकर पूछताछ की। बेगुसराय से संपर्क किया गया तो सारी सच्चाई सामने आ गयी। डीएसपी ने बताया कि इसके घर से पुलिस ने सायरन, लोगो, हुडर आदि लगा हुआ एक स्कार्पियों वाहन, एक पुलिस डंडा, हंटर बूट और दो मोबाइल बरामद किया गया।

अब तक के अनुसंधान में राहुल द्वारा पांच लोगों से 32 लाख रुपये की ठगी करने की बात सामने आयी है। मुफ्फसिल थाना के मयदरियापुर निवासी बलजीत यादव से 16 लाख, मनु यादव से 4.50 लाख, जमुई जिला निवासी सुनील कुमार से 5 लाख, धरहरा थाना क्षेत्र निवासी निरंजन कुमार से 5 लाख और सूरज कुमार से 5 लाख रुपये की ठगी नौकरी दिलाने के नाम पर करने की बात सामने आयी है।