UP एटीएस ने कसा शिकंजाः 16 महिलाओं समेत 74 रोहिंग्या मुसलमान गिरफ्तार, झोपड़ियों की तलाशी ली गई तो अधिकारियों के उड़े होश

उत्तर प्रदेश देश
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उत्तर प्रदेश। बड़ी खबर उत्तर प्रदेश से आ रही है। यहां सोमवार को यूपी एटीएस ने व्यापक अभियान चला कर प्रदेश के छह जिलों से 74 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया। इसमें मथुरा से 31, अलीगढ़ से 17, गाजियाबाद से चार, हापुड़ से 13 और मेरठ व सहारनपुर से दो-दो रोहिंग्या को दबोचा गया। इनमें 16 महिलाएं भी शामिल हैं। इनके विरुद्ध संबंधित जिलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

स्पेशल डीजी एटीएस प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध घुसपैठियों पर शिकंजा कसने के निर्देश पर यूपी एटीएस समय-समय पर अभियान चलाती रही है। पिछले कई दिनों से जुटाए जा रहे खुफिया इनपुट के आधार पर सोमवार को फिर अभियान चलाया गया। सबसे बड़ी कार्रवाई मथुरा में की गई।

बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसपैठ कर चुके म्यांमार से आए रोहिंग्या मुसलमानों ने मथुरा के थाना जैंत क्षेत्र में डेरा जमा लिया था। एटीएस की टीम ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल और पीएससी की बटालियन लेकर सुबह-सुबह कार्रवाई की। ये रोहिंग्या मुसलमान सैकड़ों की तादाद में झुग्गियां बनाकर लंबे समय से रह रहे थे। व्यस्कों से अधिक संख्या में बच्चे यहां देखने को मिले। 

यह जानकारी भी मिली कि एक मौलवी यहां आकर इन बच्चों को उर्दू के साथ-साथ अन्य तालीम दिया करता था। ये झुग्गियां जैंत थाना क्षेत्र के अलहपुर और कोटा गांव के बीच बनी थी। मथुरा के एसएसपी शैलेश पांडेय और एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने खुद भी आगरा-दिल्ली नेशनल हाइवे पर अलहपुर गांव के पास बनी इन झोपड़ियों पर हुई कार्रवाई की निगरानी की।

पुलिस टीमों ने तीन स्थानों पर कार्रवाई की। आधी रात को पहुंची टीम ने पहले सभी के कागजात चेक किए। रोहिंग्या के विरुद्ध अभियान के दौरान हापुड़ से दो पुरुष बाल अभियुक्त और एक महिला बाल अभियुक्त को दबोचा गया है, जबकि मेरठ से एक पुरुष बाल अभियुक्त और एक महिला बाल अभियुक्त को पकड़ा गया है। 

अवैध घुसपैठ करके भारत आ रहे बांग्लादेशी अब अवैध धर्मांतरण के अलावा जासूसी से लेकर आतंकी गतिविधियों तक में लिप्त हैं। हाल के दिनों में कई बांग्लादेशी नागरिक अवैध धर्मांतरण कराने वाले गिरोह में शामिल पाए गए। कुछ दिनों पहले ही एटीएस ने देवबंद (सहारनपुर) से दो बांग्लादेशी नागरिकों हबीबुल्लाह मिस्बाह और अहमदुल्लाह को गिरफ्तार किया था। दोनों ने जाली कागजातों के सहारे खुद को भारतीय नागरिक दर्शाने वाले दस्तावेज तैयार कर लिए थे।

बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ कर भारत के अलग-अलग राज्‍यों में अल कायदा की कट्टर विचारधारा को फैलाने और जिहाद के लिए धन एकत्र करने में भी इनकी भूमिका पाई गई है। हबीबुल्लाह व अहमदुल्लाह बांग्‍लादेशी व पाकिस्तानी हैंडलर के साथ संपर्क में थे और भारत के मुस्लिम युवकों में कट्टरता का जहर भरकर अल कायदा का नेटवर्क तैयार करने में जुटे थे।