खूंटी। रामनवमी पर जुलूस निकालने को लेकर विवाद हो गया। प्रशासन के रवैये से नाराज पूजा मंडलियों ने सजावट के लिए लगाये बैनर-पोस्टर उतारने शुरू कर दिये। इसकी जानकारी मिलते केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा खुद वहां पहुंच गये। उन्होंने पहल कर मामले को सुझलाया। इसके बाद शोभायात्री निकालने पर मंडली के सदस्य सहमत हो गये। यह मामला झारखंड के खूंटी जिले का है।
जानकारी के मुताबिक खूंटी प्रशासन के रवैया से नाराज पूजा मंडलियों ने श्री राम जन्मोत्सव के सजावट के लिए लगाए गए बैनर पोस्टर को शुक्रवार की सुबह उतारना शुरू कर दिया था। सार्वजनिक रामनवमी पूजा समिति ने चौक चौराहे में लगे बैनर पोस्टर को उतार लिया था। समिति के अध्यक्ष रूपेश जायसवाल ने कहा कि समिति ने श्री राम जन्मोत्सव मनाने की पूरी तैयारी कर ली थी। दूसरे राज्यों से ताशा वालों और कलाकारों को बुलाने की योजना थी, लेकिन विरोध स्वरूप यह कदम उठाया जा रहा है।
इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को मिली। वह शाम में खूंटी पहुंचे। रामनवमी जुलूस को लेकर चल रहे विवाद के संबंध में नगर भवन में प्रबुद्धजनों और रामनवमी आयोजन से जुड़े भक्तों की बातें सुनी। इसके बाद उपायुक्त एवं एसपी से बात की। जिला प्रशासन से रामनवमी का जुलूस सौहार्दपूर्ण वातावरण में निकालने की समुचित व्यवस्था करने एवं कोई कार्रवाई नहीं हो, यह सुनिश्चित करने को कहा। केंद्रीय मंत्री के आश्वासन के बाद खूंटी में रामनवमी शोभायात्रा निकलने का निर्णय लिया गया।
जानकारी हो कि खूंटी में बीते मंगलवार को जुलूस निकाला गया था। इसपर पथराव हुआ था। इसके बाद प्रशासनिक कार्रवाई की गई थी। इसके विरोध में केंद्रीय रामनवमी महासमिति ने बैठक बुलाई। इसमें श्री रामनवमी महोत्सव का कार्यक्रम नहीं करने का निर्णय लिया गया। जगह-जगह लगाये गये पोस्टर-बैनर उतारे जाने लगे थे। महासमिति ने प्रशासन पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया था।