उत्तर प्रदेश। मुख्यमंत्री योगी ने एक और कठोर फैसला लिया है। उन्होंने अपने मंत्रियों को सख्त हिदायत दी है कि वे किसी भी तरह के महंगे गिफ्ट को स्वीकार न करें। अगर कोई पांच हजार से महंगा गिफ्ट लेता है तो उसे सरकारी संपत्ति समझा जाएगा और उस तोहफे को सरकारी खजाने में जमा करवाना होगा।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को यह भी कहा है कि किसी भी सम्मान समारोह में शामिल होने से पहले उस संस्था या संगठन की जांच अवश्य कर लें कि कहीं उस पर किसी तरह का आरोप तो नहीं है। दरअसल, ऐसा अक्सर देखने में आया है कि मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों को संस्थाओं और संगठनों द्वारा महंगे तोहफों से सम्मानित किया जाता रहा है। लिहाजा मुख्यमंत्री ने अनुशासन की पाठशाला की शुरुआत अपने मंत्रिमंडल से ही की है।