टाटा स्टील माइनिंग को मिला गोल्डन पीकॉक अवार्ड फॉर सस्टेनेबिलिटी

अन्य राज्य देश बिज़नेस
Spread the love

भुवनेश्वर। टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड (टीएसएमएल) को गोल्डन पीकॉक अवार्ड फॉर सस्टेनिबिलिटी, 2021 से सम्मानित किया गया है। बीते 23 मार्च, 2022 को इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स (आईओडी), इंडिया द्वारा आयोजित एक वर्चुअल पुरस्कार समारोह में टीएसएमएल के सीनियर जेनेरल मैनेजर (कमर्शियल) राजर्षि पालित ने कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज सतीजा और कंपनी के अन्य अधिकारियों एवं गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में कंपनी की ओर से पुरस्कार ग्रहण किया।

सतीजा ने कहा, ‘यह पुरस्कार स्मार्ट खनन, तकनीकी सफलताओं, नवाचार और सहभागिता पर ध्यान देने के साथ पर्यावरण, सामाजिक और गवर्नेंस से जुड़े मुद्दों को  सस्टेनेबल तरीके से प्रबंधित करने के लिए टाटा स्टील माइनिंग की अटूट प्रतिबद्धता को मान्यता देता है।  खनन और फेरो-क्रोम उत्पादन की प्रक्रिया में एक आदर्श बदलाव लाने के उद्देश्य से हम जनता, अपने ग्रह और मुनाफे के बीच तालमेल को सुदृढ़ करने का प्रयास करते हैं। यह सम्मान हमारी टीम को ऊर्जावान बनाएगा। इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए हमारे सस्टेनेबल संचालन अभ्यासों  को और बेहतर बनाने  के हमारे संकल्प को और बल प्रदान करेगा।

पुरस्कार ग्रहण करते हुए पालित ने कहा कि सस्टेनिबिलिटी हमेशा टाटा स्टील माइनिंग बिजनेस रणनीति और मूल्य प्रणाली के मूल में रही है। यह कंपनी की भविष्य की योजनाओं में भी बनी रहेगी। कार्बन मुक्त और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के बढ़ते महत्व के साथ टीएसएमएल अक्षय ऊर्जा, जल संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण, सुरक्षा और अपशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान देने के साथ अपने सस्टेनेबल लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संरचित तरीके से पर्याप्त कदम उठा रहा है। हमारा लक्ष्य टाटा इंडिक्रोम (टाटा स्टील माइनिंग फेरो क्रोम ब्रांड) को शीर्ष वैश्विक और सस्टेनेबल फेरो क्रोम उत्पाद में से एक बनाना है।

कंपनी ने प्लान ए के बैनर तले अपने 2030 सस्टेनेबिलिटी लक्ष्य तैयार किए हैं, जो रिन्यूएबल एनर्जी बढ़ाने, CO2 उत्सर्जन तीव्रता को कम करने, जल एवं सॉलिड वेस्ट्स को रिड्यूस-रीयूज-रीसायकल करने और  भूमि सुधार के साथ-साथ जैव विविधता संरक्षण पर केंद्रित है। अपने बिजनेस इकोसिस्टम में सस्टेनिबिलिटी को एकीकृत करने के लिए कंपनी ने अपने सभी रणनीतिक और परिचालन विकल्पों के केंद्र में सस्टेनिबिलिटी नीति रखी है, जो संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों और खनन और धातु पर अंतर्राष्ट्रीय परिषद के सिद्धांतों के साथ अपने कार्यों को संरेखित करती है।