राज्य की विधि व्यवस्था चरमराई, राजधानी भी सुरक्षित नहीं : दीपक प्रकाश

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रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश कई मामलों को लेकर झारखंड सरकार पर निशाना साधा। राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्‍होंने का कि चाहे राजधानी रांची में होली के दौरान हाई एलर्ट के बावजूद हत्या का मामला हो या जेएमएम विधायक की महिला थानेदार पर दबंगई दिखाने का या फिर रेमडीशिविर के आरोपी द्वारा आत्महत्या करने का मामला। सभी मामलों में सरकार की खिंचाई की है।

हाई अलर्ट के बाद भी खूनी खेल

प्रकाश ने कहा कि हाई अलर्ट के बावजूद राजधानी रांची में होली जैसे रंगों के त्योहार के दिन अपराधियों द्वारा खून की होली खेली जाती है। लॉ एंड ऑर्डर को लेकर हेमंत सरकार के तमाम दावे हवा हवाई हैं। रांची के सबसे वीवीआईपी अशोक नगर जैसे इलाके में दिन के उजाले में एक महिला की चाकू गोदकर हत्या कर दी जाती है तो उसी दिन रात में फिर   तुपुदाना 10 माइल चौक के पास एक महिला की गोली मारकर हत्या। आखिर हजारों की संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती किस काम की। इसके अलावा रविवार को फिर राजधानी रांची में ही अज्ञात अपराधियों ने हिंदपीढ़ी इलाके में एक युवक पर फायरिंग कर दी तो लोअर बाजार इलाके में एक युवक को चाकू मारकर घायल कर दिया। कहने का आशय है कि झारखंड में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह फेल हो चुकी है।

आत्महत्या मामले की हो एसआईटी जांच

रांची में दवा व्यवसायी और रेमडिसिविर कालाबाजारी मामले में सीआईडी जांच के आरोपी राकेश रंजन द्वारा अपार्टमेंट के तीसरे तल्ले से कूदकर आत्महत्या मामले पर भी दीपक प्रकाश ने सवाल उठाया है। प्रकाश ने कहा है कि इसे सिर्फ आत्महत्या के एंगल से जांच करना उचित नहीं समझा जा सकता है। अगर गहराई से जांच हुई तो संभवत: कई परतें खुलने की संभावना है। रेमडिसिविर कालाबाजारी में कई बड़ी मछलियां की गर्दन फंसी हुई थी। हो सकता है कि अपनी गर्दन बचाने के लिए भी इस मामले को आत्महत्या का रंग देने का प्रयास किया गया हो। इसलिए इस मामले की एसआईटी गठित कर जांच आवश्यक है।

सिसई विधायक पर दर्ज हो मुकदमा

दीपक प्रकाश ने सिसई विधायक द्वारा सुखदेवनगर की महिला थानेदार को अपशब्द कहने और बंधक बनाने की धमकी देने वाले मामले की भी कड़ी निन्दा की है। प्रकाश ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि द्वारा इस प्रकार की भाषा अशोभनीय है। सत्ता के नशे में चूर जेएमएम विधायक भाषा की मर्यादा तक भूल गए हैं। एक महिला पुलिस के साथ ऐसा व्यवहार अनुचित है। ‘युद्ध छिड़ा तो रांची को पागल कर देंगे’ जैसे बयान देकर जेएमएम विधायक राज्य को कहीं ना कहीं सुलगाना चाहते हैं। इस मामले में सिसई विधायक पर मुकदमा दर्ज होनी चाहिए।