रांची। झारखंड की राजधानी रांची की हृदयस्थली अलबर्ट एक्का चौक के समीप स्थित सेंटेविटा अस्पताल के कार्डियक यूनिट में अत्याधुनिक कैथ लैब शुरू हुआ। इसका ऑनलाइन उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इसके शुरू होने से झारखंड में लोगों को बेहतर सुविधा मिलेगी। उन्हें अपेक्षाकृत कम खर्च में इलाज की सुविधा मिलेगी। परेशानी कम होगी। राज्य का रेवेन्यू बाहर नहीं जाएगा। राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में सरकारी के साथ निजी अस्पतालों का भी अहम योगदान है।
अस्पताल के निदेशक अमित साहू ने कहा कि यह कैथ लैब (Philips Azurion 3rd Generation Cath Lab) विश्व के सबसे उन्नत कैथ लैबों में एक है। झारखंड में पहली बार इसे सेंटेवीटा अस्पताल द्वारा लगाया गया है। इसमें न सिर्फ बहुत कम रेडियेशन होता है, बल्कि Dynamic Coronary Road Map, Live Stent Boost, Angiographic FFR सुविधाएं भी है। इन कारणों से इसमें Dye का भी उपयोग कम होता है। यह खासकर किडनी फेल्योर रोगियों में काफी लाभकारी है। यह कैथ लैब आने वाले दिनों में झारखंड के लोगों के लिए वरदान साबित होगा।
अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रभारी डॉ वरूण कुमार ने कहा कि कैथ लैब में कई यूनिक फीचर्स है। बार-बार डाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है। रेडिएशन में सामान्य की तुलना में 55 से 60 प्रतिशत कम होता है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में यहां वयस्कों के साथ बच्चों के भी हृदय संबंधी बीमारियों की चिकित्सा की भी सुविधा है। यहाँ का आईसीयू अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है। 24 घंटे कुशल चिकित्सकों की निगरानी में इलाज किया जाता है।