रांची। डोरंडा स्थित मुख्य डाक महाध्यक्ष कार्यालय के सभागार में डाक प्रशासनिक संघ वर्ग तीन एवं एमटीएस का 10वां द्विवार्षिक अधिवेशन विश्वजीत बोस की अध्यक्षता में हुई। मौके पर कई अहम विषयों पर चर्चा हुई। संगठन का पुर्नगठन किया गया।
अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए मुख्य डाक महाध्यक्ष संजीव रंजन ने कहा कि यूनियन भी प्रशासन का एक अंग है। समय समय पर सर्विस यूनियन प्रशासन की कमियों को उजागर कर सकारात्मक भूमिका निभाता है। किसी के कल्याण के लिए यदि कानून को शिथिल करने की आवश्यकता पड़ी तो ऐसा करने पर विचार किया जा सकता है। हमें अपनी सोच को थोड़ा प्रगतिशील बनाने की जरूरत है। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि हम कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति गम्भीर हैं।
सभा में एसके जायसवाल ने सचिव का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इसे आम सहमति से पारित किया गया। कोषाध्यक्ष आशीष मिंज ने आय व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इसे भी मंजूरी देकर पारित किया गया।
आम सहमति से आगामी वर्ष के लिए नए पदधारियों का चयन किया गया।
अध्यक्ष : अरबिंद कुमार चौधरी
उपाध्यक्ष : सर्वेश नायक, प्रेम प्रकाश और सैयद अख़्तर शाह
सर्कल सेक्रेटरी : संदीप कुमार जयसवाल
सहायक सचिव : रवि रंजन कुमार, राजीव रंजन कुमार, रवि कुमार शर्मा, लखन सिंह
संगठन सचिव : आर के चौधरी, कुमार अभिषेक, राम अयोध्या प्रसाद, विजय कुमार सिन्हा
कोषाध्यक्ष : अभिषेक एफ मिंज
सहायक कोषाध्यक्ष : शिबू कुजूर
अंकेक्षक : नमन कुमार शर्मा
खुले सत्र को पोस्टल एवं आरएमएस पेंशनर्स एसोसिएशन के स्टेट सचिव एमजेड खान ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 28-29 मार्च की जेनरल स्ट्राइक बहुत ही महत्वपूर्ण है। सरकार बहुत तेजी से सरकारी संस्थाओं का निजीकरण कर रही है। इसे रोकने का संघर्ष ही एक मात्र विकल्प है। एकजुट होकर हड़ताल को कामयाब बनाएं।
p4 के सर्कल सचिव धर्मेंद्र कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर आर के सिन्हा (वरीय डाक अधीक्षक धनबाद), एसके गोराई (डाक अधीक्षक, गुमला), आशुतोष सिन्हा (सहायक अधीक्षक, रामगढ़), विश्वजीत राय (सहायक अधीक्षक सर्कल ऑफिस), पीके सारंगी (लेखा अधिकारी), विभागीय पर्यवेक्षक आरके विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे।
वर्ष 2021-2022 में सेवानिवृत्त कर्मचारियों नीलू पासवान, अमिता मिंज, सुधीर कुमार वर्मा, अर्जुन प्रसाद, फाल्गुनी, एन खाखा को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।