- पूरे देश में यह 14 से 18 फरवरी तक मनेगा वित्तीय साक्षारता सप्ताह
रांची। ऑनलाइन पेमेंट का चलन इन दिनों बढ़ा है। इसके साथ साइबर फ्रॉड या धोखाधड़ी भी हो रहा है। आये दिन साइबर ठग का शिकार लोग हो रहे हैं। उनके खाते से पैसे निकाल लिए जा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर कुछ कदम उठाने की सलाह दी है। आरबीआई सुरक्षा के साथ डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए देश भर में वित्तीय साक्षारता सप्ताह मना रहा है। इसकी शुरुआत 14 फरवरी से हुई है। यह 18 फरवरी तक चलेगा। इसका विषय ‘डिजिटल चुनो, सुरक्षा के साथ’ है।
भारतीय रिजर्व बैंक के रांची क्षेत्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक (प्रभारी अधिकारी) संजीव सिन्हा ने बताया कि आरबीआई वर्ष 2016 से हर वर्ष पूरे देश में वित्तीय शिक्षण संदेशों के प्रसार के लिए वित्तीय साक्षरता सप्ताह मना रहा है। हर साल इसका विषय अलग होता है। इस वर्ष वित्तीय साक्षरता सप्ताह 2022 का थीम ‘डिजिटल चुनो, सुरक्षा के साथ’ विषय है। यह 14 से 18 फरवरी 2022 के बीच मनाया जाएगा।
सिन्हा ने कहा कि इस वर्ष वित्तीय साक्षरता सप्ताह के तीन संदेश हैं। इसमें डिजिटल लेन देन की सुविधाएं, डिजिटल लेनदेन की सुरक्षा और ग्राहकों की सुरक्षा है।
बैंक अधिकारियों ने बताया कि डिजिटल बैंक लेन करते समय ग्राहकों को सजग और सतर्क रहने की जरूरत है। इससे वह साइबर ठगों से बच सकते हैं। इसके बाद भी किसी तरह की जालसाजी या ठगी हो जाने पर बैंक को तुरंत सूचना दें।
इस मौके पर नाबार्ड के सीजीएम जीके नायर, एसएलबीसी के जीएम वीके मिश्रा सहित बैंक ऑफ इंडिया, भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक के राज्य प्रमुख और झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष उपस्थित थे।
सुरक्षा के ये उपाय करें
अपना पिन, पासवर्ड, ओटीपी, सीवीवी कभी किसी को नहीं बताएं। इसे बनाने पर नुकसान हो सकता है।
अपने कार्ड का लिमिट सेट करें। इससे बड़े नुकसान से बच सकते हैं। जोखिम कम होगा।
गलती से किसी को ओटीपी बता देने के बाद अकाउंट से पैसे की निकासी होने पर तत्काल बैंक को सूचित करें। उनके निर्देश के आलोक में कदम उठाएं।
बिना ओटीपी बताए अकाउंट से पैसे की निकासी हो जाने पर अपनी बैंक शाखा और आरबीआई लोकपाल को 72 घंटें के अंदर सूचित करें।
फ्रॉड होने पर सीएमएस पोर्टल में ऑनलाइन शिकायत करें।