आंकड़े जनकल्याण की योजनाओं के लिए अति महत्वपूर्ण : डॉ रामेश्वर उरांव

झारखंड
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  • झारखंड ए स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल 2020 का विमोचन

रांची। वित्त मंत्री डॉ रामेशवर उरांव ने कहा है कि आंकड़े जनकल्याण की योजनाएं बनाने के लिए अति महत्वपूर्ण होते हैं। इससे समाज के लक्षित लोगों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देना आसान होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आंकड़े की मदद से ही राज्य सरकार ने खाद्य सुरक्षा से छूटे लोगों को हरा राशन कार्ड बना कर लाभान्वित करने का काम किया है। साथ ही विभिन्न तरह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचितों को जोड़ा जा सका है। वह शुक्रवार को झारखंड मंत्रालय में झारखंड ए स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल 2020 के विमोचन कार्यक्रम में बोल रहे थे।

छात्रों को शोध में मिलेगी मदद

डॉ उरांव ने कहा कि झारखंड ए स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल 2020 को कॉलेज और विश्वविद्यालयों की लाइब्रेरी में रखा जाएगा। इससे राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े आंकड़ें छात्रों को शोध आदि कार्य में काफी मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक से आने वाले समय में विशेष कालखंड के सरकार के काम के विवरण को भी लोग जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि आम जन को भी राज्य की हकीकत का पता आंकड़ों के माध्यम से चल सके, इसके लिए झारखंड ए स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल 2020 को सांख्यिकी निदेशालय की वेबसाइट पर दो मार्च को अपलोड कर दिया जाएगा।

अर्थव्यवस्था की गति पता चलता है

योजना सह विकास विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने कहा कि डेटा से अर्थव्यवस्था की गति पता चलती है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों से जीवन की हर गतिविधि की स्पष्ट तस्वीर मिलती है। इससे योजना बनाने और क्रियान्वित करने में काफी मदद मिलती है। स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल 2009 के बाद प्रकाशित हो रही है।

हर दो वर्ष में प्रकाशित होनी चाहिए

अर्थशास्त्री हरीश्वर दयाल ने कहा कि स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल हर दो वर्ष में प्रकाशित होनी चाहिए। जबकि, राज्य गठन के बाद दूसरा स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल प्रकाशित हुआ है। अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के निदेशक डॉ माधव ने कहा कि राज्यस्तरीय स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल प्रकाशन के साथ जिलास्तरीय स्टैटिस्टिकल प्रोफाइल का भी प्रकाशन किया जा रहा है। अब तक 17 जिले में इसका प्रकाशन हो चुका है। उन्होंने बाकी बचे 7 जिलों के अधिकारियों को मार्च तक इसका प्रकाशन कर लेने को कहा।