बच्‍चों के वैक्‍सीनेशन के लिए शिक्षकों की जवाबदेही होगी तय

झारखंड
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  • बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर उपायुक्‍त ने की बैठक, कई निर्देश दिये

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। जिले में 15 वर्ष से ऊपर के योग्य बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू है। जिला शिक्षा अधीक्षक और जिला शिक्षा पदाधिकारी इसके लिए शिक्षकों की जवाबदेही तय करें। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग प्रतिदिन 2500 कोविड-19 का नमूना इकट्ठा कर जांच करायें। जांच किट मंगाने की व्‍यवस्‍था करें। उक्‍त निर्देश उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने दिये। उन्‍होंने 3 जनवरी को समाहरणालय सभागार में कोविड के प्रसार को रोकने, बचाव, रोकथाम, समुचित नियंत्रण, जांच, नमूना संग्रह और सघन निगरानी सहित अन्‍य मुद्दों पर चर्चा की। अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिये गये।

पॉजिटिव नूमना भुवनेश्‍वर भेंजे

उपायुक्त द्वारा स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन 2,500 कोविड जांच के लिए नमूना इकट्ठा किये जाने का निर्देश दिया गया। इसमें आरएटी माध्यम से 1,000 और आरटीपीसीआर माध्यम से 1,500 नमूने इकट्ठा किये जाने हैं। ट्रू-नेट किट का उपयोग कोविड-19 जांच के इमरजेंसी केस, डेथ केस में किया जाना है। जिन लोगों का आरएटी नमूना जांच पॉजिटिव आयेगा, उनके आरटीपीसीआर नमूना को लेकर आइएलएस, भुवनेश्वर भेजे जाने का आदेश दिया गया।

स्टैटिक आरएटी बूथ तैयार करें

सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को कोविड-19 जांच के लिए पंचायत स्तर पर एक-एक स्टैटिक आरएटी बूथ तैयार किये जाने का आदेश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि लक्ष्य के अनुरूप जांच में गति लाई जाय। ओमिक्रोन प्रभावित दूसरे देशों या अन्य राज्यों यथा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, केरल, दिल्ली, कर्नाटक आदि से जिले में आए हुए व्यक्तियों और उनके संपर्क में आये हुए व्यक्तियों की ट्रेवल हिस्ट्री, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग एवं लक्षण के आधार पर उनका कोविड-19 की जांच के लिए नमूना एकत्रित किया जाय। जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाये जाते हैं, उनके 30 संभावित कॉन्टैक्ट की पहचान कर उनकी तत्काल जांच सुनिश्चित की जाय।

मरीजों से‍ नियमित बात करें

होम आइसोलेशन के अतिरिक्त अन्य आइसोलेशन सेंटर भी विकसित किये जायें। प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए बेड तैयार कर लिया जाय। जरूरत के अनुसार कन्टेंन्मेंट जोन व माइक्रो कन्टेन्मेंट जोन विकसित किये जायें। स्लम एवं स्लम जैसी बस्तियों, हाट बाजार इत्यादि में स्थित लोगों का वैन के माध्यम से कैंप करा कर जांच के लिए सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था की जा सकती है। आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों से नियमित रूप से बातचीत की जाय, ताकि उनके वास्तविक स्थिति की जानकारी हो सके।

जांच किट की मांग करें

सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शंभूनाथ चौधरी ने बताया कि जिले में कोविड नमूना की जांच करने के लिए आरएटी किट की कमी हो सकती है। ट्रूनेट किट की आपूर्ति नहीं है। आरटीपीसीआर किट मात्र 3700 ही उपलब्ध हैं। इस बिंदु पर उपायुक्त द्वारा आदेश दिया गया कि एनआरएचएम प्रबंध निदेशक से किट संबंधी आवश्यकता की आपूर्ति के लिए एक मांग पत्र जिला स्तर से भेजा जाय, ताकि जांच के लक्ष्य को निर्बाध रूप से प्राप्त किया जा सके।

ऑक्सीजन प्लांट शुरू कराये

उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि जिले में उपलब्ध सभी ऑक्सीजन सिलिंडर को भरकर आपात स्थिति के लिए तैयार कर लिया जाय। चिरी और सेन्हा स्थित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ करा लिया जाय। भंडरा के मेनी फोल्ड ऑक्सीजन की शुरुआत कर जांच कर ली जाय। चिरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हिरही स्थित समर्थ आवासीय विद्यालय, कस्तूरबा जनजातीय छात्रावास, बसारडीह स्थित अस्पताल, कल्याण आवासीय विद्यालय, ब्रह्मडीहा स्थित विद्यालय को आपात स्थिति के लिए तैयार किया जाय, ताकि कोविड से प्रभावित गंभीर मरीजों को उक्त स्थानों में भर्ती की जा सके। इसके लिए बेड भी तैयार रखें।

मास्क और दूरी का अनुपालन कराएं

उपायुक्त द्वारा निदेश दिया गया कि दोपहिया वाहन चालक अगर बिना मास्क व हेलमेट के वाहन चलाते हुए पाये जाते हैं, तो उन पर कार्रवाई हो। इसके अलावा ट्रिपल राइडिंग, ओवर स्पीडिंग वालों पर भी कार्रवाई हो। जिले में कार्यरत जो भी सरकारी कर्मी अन्य जिलों से आते हैं, उन्हें जिला में ही रहकर कार्य करने का निर्देश दिया गया। ट्रेन से आने जाने वालों की विशेष जांच की जाय। इसके अलावा जिला में कार्यरत कंट्रोल रूम को सक्रिय करने,  कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि होने और अधिक संख्या में संक्रमित पाये जाने वाले क्षेत्र को क्लस्टर के रूप में चिन्हित करने व चिन्हित क्षेत्रों की सघन निगरानी का आदेश दिया गया। प्रखण्ड स्तर पर नियमित रूप से कोविड टास्क फोर्स की बैठक करने, सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क, सामजिक दूरी का पालन कराने, सेनिटाइजर का इस्तेमाल कराने का निदेश प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारियों को दिया गया।

सदर अस्पताल उपाधीक्षक को एक सप्ताह के भीतर विभिन्न रिक्त पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया को पूर्ण करने का निदेश दिया गया ताकि कर्मियों की कमी को दूर किया जा सके।

सभी योग्य लोगों को करें वैक्सीनेट

उपायुक्त ने कहा कि आज से 15-18 वर्ष के योग्य बच्चों का टीकाकरण प्रारंभ कर दिया गया है। इसमें सभी योग्य लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करें। जो विद्यालय और इंटर कॉलेज के बच्चे इसके दायरे में आते हैं, उन्हें निश्चित रूप से टीकाकरण किया जाये।

उपायुक्त ने कहा कि जांच के लिए जिला को प्राप्त लक्ष्य व टीकाकरण में अगर किसी प्रकार की लापरवाही होती है, तो संबंधित पदाधिकारी व कर्मी के उपर कार्रवाई की जायेगी। लक्ष्य प्राप्त नहीं होने का कारण उन्हें ही माना जायेगा। समेकित बाल विकास परियोजना, सहिया, जेएसएलपीएस, तेजस्विनी परियोजना की टीम को भी कार्य में भागीदारी के लिए तैयार करने का निर्देश दिया गया।

जिला शिक्षा अधीक्षक/जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि 15 वर्ष से ऊपर के योग्य बच्चों का वैक्सीनेशन प्रारम्भ है। इसके लिए शिक्षकों की जवाबदेही तय करें। पुनः उपायुक्त ने कहा कि निर्देशानुसार पांच रणनीति टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, आईसोलेट और वैक्सीनशन का अनुपालन सुनिश्चित करें।

बैठक में ये अधिकारी थे मौजूद

बैठक में अपर समाहर्ता अखौरी शशांक सिन्हा, अनुमण्डल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ शंभूनाथ चौधरी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की, जिला परिवहन पदाधिकारी अमित बेसरा, नगर पर्षद कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार, डीडीएमओ विभाकर कुमार, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, चिकित्सा प्रभारी, एपीडेमियोलॉजिस्ट प्रशांत चौहान, डीडीएम जाहिद, डीपीएम नाजिश अख्तर व अन्य उपस्थित थे।