रांची। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से IMA, JSHSA और HBI का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल 25 जनवरी को मिला। अपनी मांगें रखी। शिष्टमंडल ने कहा कि लातेहार (चंदवा) में पदस्थापित महिला चिकित्सक डॉ नीलीना कुमारी को कुछ असामाजिक तत्वों ने 12 जनवरी को अगवा कर लिया। उन्हें रामगढ़ लेकर चले गए। चिकित्सक द्वारा बहुत मिन्नत के बाद 2.5 लाख फिरौती लेकर उन्हें छोड़ा। इस संदर्भ में चंदवा थाने में FIR दर्ज कराई गई। हालांकि अभी तक किसी कि भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इस पर मंत्री ने गृह सचिव अरुण कुमार एक्का से बात कर त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया।
प्रतिनिधिमंडल द्वारा सीईए की विसंगतियों की ओर ध्यान दिलाया गया। उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा 50 बेड तक के अस्पतालों को दी जाने वाली छूट झारखंड में भी लागू करने पर बात की। इसपर मंत्री ने सकारात्मक पहल का अश्वासन दिया। एक उच्चस्तरीय कमेटी के गठन की सहमति जताई। आईएमए एवं झासा के सदस्य भी कमेटी का हिस्सा होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री का ध्यान आरटी पीसीआर एवं रेपिड एंटीजन टेस्ट के मूल्य निर्धारण की तरफ दिलाया गया। इसपर मंत्री ने आश्वासन दिया कि इसकी समीक्षा की जाएगी।
कोविड-19 के दौरान मरने वाले चिकित्सकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की ओर ध्यान दिलाया गया। इसपर मंत्री ने आश्वासन दिया कि सभी कागजात सही प्राप्त होंगे तो जरूर सरकारी आर्थिक मदद मिलेगी। सरकार इसके लिए कटिबद्ध है। सारी प्रक्रिया जल्द से जल्द करके केंद्र के पास भेज रहे हैं।
प्रतिनिधिमंडल में झारखंड आईएमए के सचिव डॉ प्रदीप सिंह, झासा के सचिव डॉ विमलेश सिंह, आईएमए के अध्यक्ष डॉ शंभु प्रसाद सिंह, आईएमए की वीमेंस विंग की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप, डॉ अजित कुमार, डॉ अखिलेश कुमार झा, डॉ राकेश ठाकुर, डॉ शिप्रा शरण, डॉ पूजा सहाय, डॉ निशांत शरण एवं डॉ नितीश शरण शामिल थे।