एक करोड़पति किसान को क्यों पड़ गए जान के लाले?

उत्तर प्रदेश देश
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● सरकारी अफ़सरों से मिलीभगत कर अरबों की हेराफेरी करने में जुटे दिल्ली एनसीआर के नाजायज़ कॉलोनाइज़र

गाजियाबाद। गाज़ियाबाद के क़रीब ककराना, मोदीनगर के रहनेवाले करोड़पति किसान सुधीर चौधरी को इन दिनों जान के लाले पड़े हैं। हालत ये है कि वो कभी एसपी ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं, कभी किसी थाने के, तो कभी स्पीड पोस्ट से अपनी जान की अमानत मांगते हुए पुलिस के आला अफ़सरों को ख़त लिख रहे हैं। जानते हैं उनका गुनाह क्या है? गुनाह है कि उन्होंने कच्ची कॉलोनी के धंधेबाज़ों यानी कुछ नाजायज़ कॉलोनाइज़रों के झांसे में आकर अपनी ज़मीन पर उन्हें कॉलोनी काटने की छूट दे दी। सरकारी अफ़सरों, पुलिसवालों, नेताओं और पावर ब्रोकर्स की पुश्तो-पनाही में इन दिनों ऐसे कॉलोनाइज़र पूरे दिल्ली एनसीआर में कुकुरमुत्ते की तरह उग आए हैं। खास कर गाज़ियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के इलाक़े में।


असल में सुधीर चौधरी को करीब चार साल पहले कुछ कॉलोनाइज़रों ने उनकी पुश्तैनी ज़मीन पर कॉलोनी काटने का ऑफर दिया। साथ में ये भरोसा भी दिया कि वो जीडीए यानी गाज़ियाबाद डेवलपमेंट ऑथोरिटी से उनकी ज़मीन पर कटनेवाली कॉलोनी को लीगलाइज़्ड करा लेंगे। इल्ज़ाम है कि इसके बाद कॉलोनाइज़रों ने औने-पौने क़ीमत पर उनकी करोड़ों की ज़मीन हड़प कर उन्हें अलग-अलग लोगों को बेचना शुरू कर दिया और अपने बाक़ी के पैसे मांगने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे।


हद तो ये हो गई कि कुछ मामलों में ज़मीन का एक ही हिस्सा दो या फिर उससे ज़्यादा लोगों को ग़लत तरीक़े से बेच दिया गया। कॉलोनाइज़र खुद इस खेल में ना फंसें, इसलिए उन्होंने कागज़ों पर सुधीर चौधरी को ही ज़मीन का मालिक दिखाया। और जब सुधीर इन कॉलोनाइज़रों ने अपने हक़ के पैसे मांगने लगे, तो कॉलोनाइज़रों उन्हें बुरे अंजाम भुगतने की धमकी देने लगे। लेकिन कहानी में असली ट्विस्ट तब आया, जब अचानक एक रोज़ उनकी एक ही ज़मीन दो लोगों को बेचने के जुर्म में उनके खिलाफ़ धोखाधड़ी का मुकदमा हो गया और पुलिस ने भी ग़ज़ब की फुर्ती दिखाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ये हाल तब है जब सुधीर चौधरी का कहना है कि वो शिकायत करनेवाले को जानते तक नहीं है, धोखाधड़ी दूर की बात है। क्योंकि उनकी ज़मीन हथियार कर बेचने का खेल तो असल में कॉलोनाइज़र खेल रहे हैं।


असल में सुधीर चौधरी का मामला इस इलाक़े में चल रहे कॉलोनाइज़रों के नाजायज़ तरीक़े से चल रहे ज़मीन के खरीद-फरोख्त के एक खेल का एक हिस्सा भर है। दिल्ली एनसीआर में अरबों की ज़मीन पर कब्ज़ा करके गलत तरीक़े से कॉलोनी काटने का खेल चल रहा है। ऐसा नहीं है कि सरकारी अफ़सरों को इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन ऊपरी कमाई की ताक़त कुछ ऐसी है कि सबकुछ चलता है। इस हमाम में नोएडा-ग्रेटर नोएडा ऑथोरिटी, गाज़ियाबाद डेवलपमेंट ऑथोरिटी, ज़िला प्रशासन, पुलिस, सिंचाई विभाग समेत कई और विभागों के बहुत से अफ़सर नंगे हैं।