मध्यप्रदेश। मध्य प्रदेश के कटनी में पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह के सदस्य शादी के लिए दिखाई गई लड़कियों की फर्जी मां, फर्जी मामा और भाई बनकर लड़के पक्ष से ठगी की वारदात को अंजाम देते थे।
खबर के मुताबिक, गांव बडारी में रहने वाले जगदंबा प्रसाद दीक्षित ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि दो महीने पहले सतना के रहने वाले अरुण कुमार तिवारी और मनसुख रैकवार उनके घर आकर मिले। उन्होंने बताया कि सिंधी कैंप सतना में रहने वाली बबीता तिवारी की दो बच्चियां शादी के योग्य हैं और उनकी आर्थिक स्थिति खराब है। जिसके बाद लड़की दिखवाने के लिए उन्हें 23 अक्टूबर को सतना बुलवाया गया।
तब जगदंबा प्रसाद दीक्षित ने दोनों लड़कियों साधना तिवारी और शिवानी तिवारी को पसंद करते हुए, उसी दिन ओली भरकर शगुन किया। शादी की तारीख तय कर दी गई, गिरोह ने आर्थिक स्थिति कमजोर बताते हुए शादी के लिए जगदंबा प्रसाद दीक्षित से अलग-अलग तारीख में एक लाख दस हजार रुपये ले लिए। लेकिन जैसे ही शादी की तारीख नजदीक आई, बबीता तिवारी ने मोबाइल से सूचित किया कि जेठ की मृत्यु हो जाने से शादी नहीं हो सकेगी।
तब दीक्षित परिवार उनके दुख में शामिल होने के लिए उनके घर पहुंचा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पता चला कि वह मकान तो बबीता तिवारी का नहीं था। वह किराए से रहती थी, जिसकी कोई दो लड़कियां भी नहीं हैं। करीब एक माह पहले मकान खाली करके जा चुकी है।
जब उन्होंने तलाश की तो पता चला दूसरे परिवार भी उनके शिकार हो चुके हैं। कटनी पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर आरोपियों की तलाश शुरू की। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों का पर्दाफाश करते हुए बबीता तिवारी, केशव प्रसाद साकेत, अरुण कुमार तिवारी और मनसुख रैकवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है। आरोपियों से हड़पी गई राशि को भी जब्त किया है।