वाराणसी। वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पहले नया विवाद खड़ा हो गया है। बुलानाला में सड़क किनारे बनी एक मस्जिद को सोमवार की रात गेरुआ रंग से रंग दिया गया।
मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों का कहना है कि बगैर पूछे VDA (वाराणसी विकास प्राधिकरण) ने मनमानी की। मस्जिद का रंग सफेद से गेरुआ कर दिया गया। इससे माहौल बिगड़ सकता है। फिलहाल विरोध को देखते हुए मस्जिद के रंग को फिर से सफेद किया जा रहा है। लेबर पुताई में जुटे हुए हैं।
दूसरी तरफ वाराणसी के प्रशासन का कहना है कि किसी धार्मिक भावना से प्रभावित होकर नहीं किया गया, बल्कि एकरूपता के लिए सड़क किनारे की सभी बिल्डिंग्स की एक कलर से पुताई कराई गई है। मस्जिद को वापस पुराने रंग से पेंट कराया जा रहा है।
अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेटी सैयद मोहम्मद यासीन ने बताया कि बगैर पूछे मस्जिद का रंग बदलना पूरी तरह से गलत है। ऐसी मनमानी और नासमझी से स्थिति बिगड़ सकती है।मस्जिद का रंग अधिकांश सफेद या हरा होता है। हमने इसे लेकर जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। हमें आश्वासन मिला है कि मस्जिद जिस रंग में थी, उसे वापस वैसे ही कर दिया जाएगा। इस पर अमल शुरू हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के लिए 13 दिसंबर को वाराणसी आना है। धाम के लोकार्पण के मद्देनजर इन दिनों तैयारियों जोरों पर हैं। खासतौर से काशी विश्वनाथ धाम जाने वाले मार्ग पर विशेष ध्यान देकर उसे सजाया और संवारा जा रहा है। इसके तहत इन दिनों मैदागिन से चौक तक सड़क के दोनों किनारे स्थित बिल्डिंग्स को एक रंग में रंगा जा रहा है। रंगाई-पुताई के क्रम में बुलानाला स्थित मस्जिद का रंग भी सफेद से गेरुआ कर दिया गया।