एक रुपये लिए बिना 70 वर्षों तक बच्चों को पढ़ाने वाले पद्मश्री नंद किशोर प्रुस्टी का हुआ निधन

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ओडिशा। पद्मश्री नंद किशोर प्रुस्टी का आज 104 साल की आयु में निधन हो गया। एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। लोगों के बीच वह नंदा सर के नाम से प्रसिद्ध थे। पिछले महीने ही उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई दूसरे नेताओं ने शोक जताया है।

ओडिशा के रहने वाले नंद किशोर प्रुस्टी को शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए पिछले महीने ही राष्ट्रपति के हाथों पद्म पुरस्कार मिला था। ओडिशा निवासी प्रुस्टी की पढ़ाई 7वीं कक्षा के बाद से अधूरी रह गई थी। लेकिन उन्होंने अनपढ़ बच्चों को साक्षर बनाने का फैसला किया। अपने गाँव से निरक्षरता को मिटाने के उद्देश्य से बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रहे थे। उन्होंने 70 वर्षों तक बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट करते हुए लिखा कि नंद किशोर प्रुस्टी जी के निधन से आहत हूं। आगे लिखा कि ओडिशा में शिक्षा की खुशियों को फैलाने के उनके प्रयासों के कारण बहुत सम्मानित नंदा सर को पीढ़ियों तक याद किया जाएगा। उन्होंने कुछ हफ्ते पहले पद्म पुरस्कार समारोह में देश का ध्यान और स्नेह आकर्षित किया था।