नई दिल्ली। देश के 15 राज्यों में ओमिक्रोन के मामले पाये गये हैं। जम्मू-कश्मीर में भी तीन केस पाये गये। सबसे अधिक मामले दिल्ली, महाराष्ट्र और तेलंगाना में है। वर्तमान में इसकी संख्या बढ़कर 200 से अधिक हो गई है। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक वर्तमान में देश में ओमिक्रोन मामलों की संख्या 213 है। केंद्र सरकार ने कहा है कि ओमिक्रॉन कोरोना के पुराने वेरिएंट डेल्टा के मुकाबले 3 गुना तक तेजी से फैलता है। इस वजह से राज्यों से जरूरी उपाय अपनाना शुरू करने की बात कही है।
मंगलवार शाम केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेशा भूषण ने राज्यों को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि ओमिक्रॉन से निपटने के लिए वॉर रूम एक्टिव कर देना चाहिए। ओमिक्रॉन और डेल्टा दोनों वैरिएंट अब भी देश भर में मौजूद हैं। इसलिए लोकल और डिस्ट्रिक्ट लेवल पर ज्यादा दूरदर्शिता दिखाने और तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है।
सचिव ने डेटा एनालिसिस पर जोर देते हुए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से अपनी सीमा में आने से पहले ही संक्रमण रोकने के उपाय करने के लिए कहा गया है। जरूरत होने पर नाइट कर्फ्यू, भीड़ जुटने पर रोक, ऑफिस और पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जुड़ी पाबंदियों की सलाह दी है। हॉस्पिटल में बेड, एंबुलेंस, ऑक्सीजन इक्विपमेंट और दवाओं के लिए इमरजेंसी फंड इस्तेमाल करने का सुझाव भी दिया गया है।
सचिव ने कहा है कि टेस्ट और सर्विलांस के लिए केंद्र ने डोर-टू-डोर केस सर्च, संक्रमितों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और ओमिक्रॉन की पहचान के लिए ज्यादा सैंपल के टेस्ट करने की बात कही है। राज्यों को 100% वैक्सीनेशन कवरेज का लक्ष्य हासिल करने में तेजी के लिए भी कहा गया है।
ये है राज्यवार आंकड़े
