लोहरदगा में नक्‍सल अभियान को लग सकता है झटका, जानें वजह

झारखंड मुख्य समाचार
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। झारखंड का कई जिला नक्‍सल प्रभावित है। इसमें लोहरदगा भी शामिल है। यहां के कई क्षेत्र अति‍ नक्‍सल प्रभावित इलाकों में आते हैं। यहां नक्‍सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। सैकड़ों जवान इसमें शामिल हैं। इस अभियान को झटका लग सकता है।

जानकारी के मुताबिक लोहरदगा जिला पूरी तरह उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। अति नक्सल क्षेत्रों में बिजली की व्यवस्था नहीं है। इससे वहां जनरेटर से बिजली की आपूर्ति की जाती है। उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए पुलिस बलों के लिए भी ईंधन की जरूरत पड़ती है। इसके लिए सरकार एसआरए फंड से आवंटन करती है।

वर्तमान में उग्रवाद इलाके में तैनात पुलिस बल को बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। विधि व्यवस्था में लगे वाहनों को समय पर ईंधन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे विधि व्यवस्था बाधित हो रही है। इसकी वजह ईंधन के बकाया का भुगतान नहीं होना है। पैसा नहीं मिलने के कारण आपूर्तिकर्ताओं ने ईंधन आपूर्ति करने से इंकार कर दिया है।  ईंधन आपूर्तिकर्ताओं ने बताया कि पूरे जिले में पंप संचालकों का लगभग तीन से चार करोड़ रुपए बकाया है।

जानकारी के मुताबिक पिछले एक सप्ताह से डीजल-पेट्रोल उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। ऐसे में सेरेंगदाग, देवदरिया, पेशरार जैसे जंगली, पहाड़ी और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में छापेमारी अभियान चलाने में भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रकार की समस्या उत्पन्न होने से उग्रवादियों द्वारा किसी बड़ी घटना को अंजाम दिए जाने से इंकार नहीं किया जा सकता है।