झारखंड आंदोलनकारियों ने सरकार पर लगाया संवेदनहीनता का आरोप

झारखंड
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  • झारखंड बंद 29 दिसंबर को, 28 को मशाल जुलूस

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा की केंद्रीय कमेटी के निर्देश पर 29 दिसंबर को आहूत बंदी की तैयारियों को लेकर लोहरदगा समाहरणालय मैदान में आकस्मिक बैठक गुरुवार को हुई। इसकी अध्‍यक्षता कार्यकारी जिला अध्यक्ष अमर किंडो ने की। इसमें सेंट्रल कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुजूर और सचिव कयूम खान, जिला संयोजक प्रो विनोद भगत मौजूद थे।

बैठक में सर्वसम्‍मति से 28 दिसंबर की शाम 5.30 बजे नई सड़क से मशाल जुलूस निकालने का निर्णय लिया गया। जुलूस के माध्‍यम से शहरी क्षेत्र के नागरिकों से 29 दिसंबर को अपनी दुकान व प्रतिष्ठान को बंद रखकर आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा द्वारा आहूत बंदी को समर्थन देने का अनुरोध किया जाएगा। बंदी को सफल करने के लिए 29 की सुबह जुलूस की शक्ल में बंद कराने निकलने का निर्णय लिया गया। झारखंड के प्रणेता जयपाल सिंह मुंडा की जयंती 3 जनवरी को झारखंड आंदोलनकारी दिवस सह जिला समिति की बैठक को सफल बनाने का निर्णय लिया गया।

मौके पर कुजूर ने कहा कि अपने मान-सम्मान, पहचान, नियोजन, पेंशन के मामले को लेकर पिछले 2 वर्षों से लगातार आंदोलित झारखंड आंदोलनकारियों का सब्र का बांध अब टूट चुका है। अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले आंदोलनकारी काल के गाल में समाते जा रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में झारखंड आंदोलनकारियों के समक्ष करो या मरो के अलावे दूसरा कोई विकल्प नहीं रह जाता है। इस स्थिति में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा सरकार के उदासीन, संवेदनहीन रवैये के खिलाफ अब सरकार से सीधी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।

कुजूर ने कहा कि 29 दिसंबर को झारखंड बंद करेंगे। 3 जनवरी 2022 को झारखंड आंदोलनकारी दिवस मनाया जाएगा। झारखंड आंदोलनकारी दिवस पर झारखंड आंदोलनकारी अपने मान-सम्मान, पहचान, नियोजन व पेंशन की लड़ाई के लिए तीव्र आंदोलन की रणनीति भी तय करेंगे।

बैठक में जिला कोषाध्यक्ष कृष्णा ठाकुर, दीपक वर्मा, विलियम कुजूर, रति भगत, हरिश्चंद्र उरांव, ललिता भगत, सुखराम भगत, माइकल किन्डो, टाउन कमेटी के अध्यक्ष रूस्तम खान, सचिव दिनेश साहू, संरक्षक जहांआरा बेगम, मंगलेश्वर उरांव, इरकन तिर्की, सूरज मोहन लकड़ा, सूर्या भगत, आरीफ खान, चैतू मुंडा दशरथ उरांव, मनोज उरांव, इशरार अहमद, युगल उरांव, संजय ठाकुर आदि मौजूद थे।