रांची। झारखंड में शराब पीनेवालों की संख्या काफी कम है। राज्य में कुल आबादी की सिर्फ 6.5 प्रतिशत ही शराब की खपत है। राज्य की आबादी 3.30 करोड़ है। ऐसे में 21 लाख लोग झारखंड में शराब पीते हैं। केंद्र सरकार की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से कराए गए सर्वे में यह जानकारी सामने आयी है। नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर (एनडीडीटीसी) और ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) की ओर से 10 से 75 वर्ष तक की उम्र के शराब पीने वाले लोगों की संख्या मालूम करने के लिए किए गए सर्वे में छत्तीसगढ़ देश के सभी राज्यों में अव्वल आया है।
छत्तीसगढ़ की कुल आबादी का 35.5 प्रतिशत लोग शराब पीते हैं। 36 राज्यों में किए गए सर्वे में झारखंड का स्थान 28वां हैञ शराब पर पूर्ण प्रतिबंध वाला बिहार सूची में 35वें और अंतिम स्थान पर लक्ष्यद्वीप है। शराब के शौकीन राज्यों में दूसरे नंबर पर त्रिपुरा (34.7 प्रतिशत), तीसरा पंजाब (28.5 प्रतिशत), चौथा अरूणाचल प्रदेश (28%) व पांचवें पर गोवा (26.4 प्रतिशत)है। एनडीडीटीसी और एम्स ने देश के 36 राज्यों में किए गए सर्वे के दौरान करीब पांच लाख लोगों से बात कर रिपोर्ट तैयार की है।
राज्यों के 186 जिलों में 4,73,569 लाख लोगों से बात की गई। पाया गया कि उन लोगों में से 72,642 कोई ना कोई नशा (ज्यादातर शराब) करते हैं। देश की कुल आबादी का 14.6 प्रतिशत लोग या लगभग 16 करोड़ लोग शराब का इस्तेमाल करते हैं। वहीं आबादी का 2.8 प्रतिशत या लगभग तीन करोड़ लोग चरस या गांजा और 2.1 प्रतिशत लोग अफीम या स्मैक का नशा करते हैं।