पंचायत चुनाव कराने की सरकार की मंशा नहीं : बाबूलाल मरांडी

झारखंड
Spread the love

  • विपक्षी विधायकों के क्षेत्र की अनदेखी कर रही है हेमंत सरकार : केदार हजरा

योगेश कुमार पांडेय

गिरिडीह। सरकार की पंचायत चुनाव कराने की मंशा नहीं है। चुनाव नहीं कराकर अफसरों के जरिए पंचायतों की जनता का दोहन और शोषण करना चाहती है। उक्त बातें झारखंड के पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कही। वे शनिवार को जमुआ प्रखंड के खूंटा बांध में पूर्व जि‍ला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी के आवास पर प्रेस से बात कर रहे थे।

श्री मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार हर मोर्चे पर विफल है। एक वर्ष के कालखंड में एक भी उपलब्धि गिना नहीं सकती। राज्य निर्वाचन आयोग के साथ-साथ सूचना आयुक्त की भी नियुक्ति नहीं कर रही है, ताकि सरकार के कार्यों के बाबत आम लोग कोई जानकारी हासिल नहीं कर सके। सरकार सिर्फ झारखंड को लूटने के एक मात्र लक्ष्य पर काम कर रही है। पंचायत चुनाव नही कराकर यहां के सवा तीन करोड़ लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्‍होंने कहा कि जब विधानसभा चुनाव हो सकते हैं, तब पंचायत चुनाव क्यों नहीं।

इस अवसर पर जमुआ विधायक केदार हाजरा ने कहा कि हेमंत सरकार विपक्षी विधायकों के क्षेत्रों की अनदेखी कर रही है। रघुबर राज में सभी को समान दृष्टि से देखा जाता था। उनके साथ भाजपा नेता विनय सिंह, महेंद्र वर्मा, कुरहोबिन्दो के मुखिया शंकर राणा, मलुआ टांड़ के मुखिया शम्भू वर्मा, पूर्व जि‍प अध्यक्ष मुनिया देवी, भाजपा नवडीहा मंडल अध्यक्ष शंकर साव, भाजपा नेता शैलेश सिंह, धनेश्वर वर्मा, अशोक साव सहित अन्‍य लोग थे।