रांची। कोरोना पॉजिटिव मरीज और उनके कथित बॉस के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। यह मामला झारखंड की राजधानी रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र का है। यहां इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन के लिए आग्रह करने पर कोविड-19 पॉजिटिव मरीज ने इंसिडेंट कमांडर को धमकी दिलवाई। फोन पर धमकी मिलने के बाद इंसिडेंट कमांडर सह अरगोड़ा सीओ अरविंद कुमार ओझा ने कोविड-19 मरीज और धमकी देने वाले के खिलाफ अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
होम आइसोलेशन का आग्रह
रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद 29 दिसंबर, 2021 को दीपक कुमार (34), निवासी चापूटोली, नियर इंटरनेशनल स्कूल, अरगोड़ा से संपर्क कर सदर अस्पताल में संचालित कोविड केयर केंद्र में स्थानांतरित करने के लिए आग्रह किया गया। दीपक कुमार से उनके निवास का पूरा पता भी उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया, लेकिन दीपक ने आग्रह को ठुकरा दिया। उसने कहा कि उन्हें कोविड-19 का कोई लक्षण नहीं है। वह कोविड केयर केंद्र नहीं जाएंगे। इसके बाद एक व्यक्ति ने फोन कर इंसिडेंट कमांडर अरविंद ओझा को धमकी दी।
फोन कर दी गई धमकी
इंसिडेंट कमांडर को मोबाइल नंबर 8210704188 से 29 दिसंबर, 2021 को दोपहर 3 बजे फोन आया। फोन पर बात करते हुए अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि वह दीपक कुमार का बॉस बोल रहा है। आगे से दीपक को फोन नहीं किया जाए। इंसिडेंट कमांडर द्वारा दीपक कुमार के कोविड पॉजिटिव होने और इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन में रहने की बात कही गई। इस पर दीपक के कथित बॉस ने कहा कि वह एमआर लाइन से है। आप किसी भी पेशेंट को भर्ती के लिए मजबूर नहीं कर सकते। इस पर इंसिडेंट कमांडर द्वारा सरकार के दिशा-निर्देशों की भी जानकारी दी गई। इसके बाद व्यक्ति ने फोन पर ही इंसिडेंट कमांडर को धमकाना शुरू कर दिया।
थाने में प्राथमिकी दर्ज
इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन का आग्रह करने पर इनकार करने और फोन पर धमकी दिलवाने के आरोप में इंसिडेंट कमांडर अरविंद कुमार ओझा द्वारा दीपक कुमार और उसके कथित बॉस के खिलाफ अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इन दोनों पर भारतीय दंड संहिता एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सरकार का यह निर्देश
आपको बताएं कि इंसिडेंट कमांडर को जिला स्तर पर संचालित आईडीएसपी सेल द्वारा यह जानकारी प्राप्त हुई थी कि 28 दिसंबर को RAT जांच में दीपक कुमार कोविड-19 पाए गए थे। राज्य सरकार के दिशा निर्देश अनुसार कोविड-19 मरीज का इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन में रहना आवश्यक है।