‘हंसी’ से बच्‍चों का बढ़ रहा आत्‍मविश्‍वास, हो रहा चहुमुखी विकास

झारखंड
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रांची। रांची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई और यूनीसेफ, झारखंड के संयुक्त तत्‍वावधान में ‘आओ कुछ नया सीखें (हंसी)’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत 26 दिसंबर को सरना टोली के बच्चों के बीच एनएसएस के स्वयंसेवकों ने पोस्टर मेकिंग की तकनीक, पोस्टर मेकिंग, क्विज, दौड़ प्रतियोगिता और खेल कूद के माध्यम से पढ़ाई सिखाने आदि कार्यक्रम किये।

इस अवसर पर रांची विवि एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों में कई प्रकार के गुणों का विकास होता है। इसमें आत्मविश्वास, संस्कार, बौद्धिक, शारीरिक, मानसिक विकास, अनुशासन, व्यक्तित्व विकास एवं सामूहिकता आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि एनएसएस के स्वयंसेवक प्रत्येक रविवार को बच्चों को विशेष रूप से रोचक शिक्षा देकर उन्हें योग्य बना रहे हैं। इस अभियान में बच्चों के माता-पिता भी अपना समर्थन दे रहे हैं।

इन विभिन्न कार्यक्रमों में एनएसएस के स्वयंसेवक मेहनत करते हुए इन बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ नैतिक शिक्षा के महत्व के बारे में बता रहें है। आज के संपन्न विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं में सफल छात्र-छात्राओं को अगले रविवार को पुरस्कृत किया जाएगा।

कार्यक्रमों में एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी अनुभव चक्रवर्ती, टीम लीडर्स महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसमें दिवाकर आनंद, फलक फातिमा, प्रिंस तिवारी, आभाष कुमार, शुभम गुप्ता, किशोर लकड़ा, दीपा कुमारी, आमरीन, नेहा कुमारी, मोनिका कुमारी, स्मृति राज, काजल शर्मा, आकाश दुबे, संदीप कुमार आदि शामिल हैं।