बेतिया। किसी ने सच ही कहा है- इंसान को सोच समझ कर ही बोलना चाहिए। ऐसा नहीं करनेवाले को लेने के देने पड़ जाते हैं। यहां ऐसा ही हुआ है। बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को ब्राह्मण समाज को गाली देना महंगा पड़ गया है।
इसको लेकर जहां मांझी के खिलाफ जगह- जगह प्रदर्शन और मुकदमा दर्ज होने लगे हैं। वहीं ब्राह्मण समाज ने अपनी अस्तित्व की रक्षा को लेकर जिला स्तर पर पहल शुरू कर दी है। इसी कड़ी में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी बेतिया (पश्चिम चंपारण) के न्यायालय में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के खिलाफ परिवाद पत्र संख्या 1506/21 दायर किया है।
पश्चिम चंपारण के लौरिया थाना क्षेत्र रमौली गांव निवासी विनोद पांडेय ने परिवाद पत्र दायर किया है। पांडेय ने मुख्य दंडाधिकारी को बताया है कि पूर्व सीएम श्री मांझी ने 19 दिसंबर को पटना के एक कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज को गाली देते हुए ” हरामी ” शब्द का इस्तेमाल करते हुए अपमानित किया है।
जिसके साक्ष्य सभी टीवी चैनल, यूट्यूब चैनल, फेसबुक, सोशल मीडिया एवं सभी प्रिंट अखबारों के अंक में मौजूद हैं। दायर परिवाद में दफा 323, 500, 504 एवं 506 के तहत कार्रवाई करने की मांग की गई है।