नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल, एलपीजी सिलेंडर से लेकर खाने-पीने की चीजों के बढ़ते दाम के बीच अब इलाज कराना भी महंगा हो सकता है। प्राइवेट अस्पताल इलाज के खर्चों में वृद्धि करने के मूड में हैं, क्योंकि अपोलो और फोर्टिस सहित प्रमुख प्राइवेट हॉस्पिटल्स बढ़ती लागत के बीच ट्रीटमेंट पैकेज दरों को 5-10% तक बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं।
ये अस्पताल नकद भुगतान करने वाले मरीजों के लिए कीमत बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। पैकेज दरों का संशोधन 2021-22 के अंत तक होने की संभावना है। अपोलो हॉस्पिटल्स ने यह भी कहा कि वह कीमतें बढ़ाने के विकल्प का मूल्यांकन कर रहा है।
अपोलो हॉस्पिटल्स के समूह मुख्य वित्तीय अधिकारी कृष्णन अखिलेश्वरन ने कहा कि 5% की औसत वार्षिक वृद्धि आम तौर पर आदर्श है, मगर इस बार यह थोड़ी अधिक हो सकती है। अस्पतालों का कॉस्ट बढ़ गया है।