एसीसी के कौशल विकास कार्यक्रम ‘दिशा’ को मिला सीएसआर अवार्ड

देश बिज़नेस मुंबई
Spread the love

  • ‘कौशल विकास और आजीविका’ श्रेणी के तहत मिला पुरस्कार

मुंबई। एसीसी लिमिटेड को सीएसआर कार्यक्रम-डेवलपमेंट इनिशिएटिव ऑन स्किल्स फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट (दिशा) के लिए ‘कौशल विकास और आजीविका’ श्रेणी के तहत फिक्की सीएसआर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। 19वें फिक्की सीएसआर पुरस्कार समारोह का आयोजन हाल ही वर्चुअल तौर पर किया गया।

यह पुरस्कार युवाओं में बाजार उन्मुख कौशल विकसित करने और समुदायों में बेरोजगारी को समाप्त करके स्थायी आजीविका बनाने के लिए दिशा द्वारा किए गए प्रयासों को मान्यता देता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को या तो प्रशिक्षण और नियुक्ति के माध्यम से या स्वरोजगार पहल के माध्यम से संयंत्र स्थानों के आसपास वैकल्पिक आजीविका प्रदान करना है।

एसीसी लिमिटेड के सीईओ और एमडी श्रीधर बालकृष्णन ने कहा, ‘हमने अपने युवा समुदायों के सामाजिक और आर्थिक कल्याण की दिशा में एसीसी ट्रस्ट की स्किलिंग पहल दिशा के माध्यम से पूरी मेहनत और लगन से काम किया है। हमें इस बात की प्रसन्नता है कि फिक्की जैसे प्रतिष्ठित निकाय ने हमारे प्रयासों को पहचाना है। हमें पुरस्कृत किया है।‘

दिशा के माध्यम से एसीसी की कारोबारी मौजूदगी वाले इलाकों के आसपास रहने वाले समुदायों के विकास के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। यह पहल अब तक 17 जिलों को कवर कर चुकी है। सभी 17 दिशा केंद्र बेरोजगारी की समस्या को हल करने के एक अभिनव तरीके का पालन करते हैं। इसके तहत पार्टिसिपेटरी रूरल अप्रेजल स्टडी के माध्यम से माइक्रो प्लानिंग की जाती है। लोगों को परामर्श सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए सॉफ्ट स्किल्स और डिजिटल कौशल की ट्रेनिंग दी जाती है। इन केंद्रों के माध्यम से अब तक 17,915 युवाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

वित्त वर्ष 2020-21 में एसीसी ट्रस्ट ने सीएसआर बजट को आवंटित 32 करोड़ रुपये में से दिशा पहल को करीब 4 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। यह किसी पहल पर किए गए सबसे अधिक खर्च में से एक है। दिशा केंद्र छत्तीसगढ़ सरकार और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत पंजीकृत हैं। एसीसी दिशा परियोजना राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, गैर सरकारी संगठनों, कॉरपोरेट्स और दस अन्य क्षेत्र कौशल परिषदों के साथ मिलकर काम करती है।