नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने देश विभाजन की पीड़ा से उबरने का तरीका बताया है। संघ प्रमुख ने कहा है कि भारत के विभाजन की पीड़ा का समाधान बंटवारे को निरस्त करना ही है।
भागवत ने कहा कि यह 2021 का भारत है, 1947 का नहीं। एक बार विभाजन हो चुका है अब दोबारा नहीं होगा। जो ऐसा सोचते हैं, वे खुद खंडित हो जाएंगे।
बकौल भागवत, देश विभाजन से कोई समाधान नहीं निकला। ना तो भारत इससे खुश है और न ही वे जिन्होंने इस्लाम के नाम पर इसकी (पाकिस्तान) मांग की।