दीपावली को ‘शोक दिवस’ की तरह मनाते हैं इन गांवों के लोग, ये है वजह

उत्तर प्रदेश
Spread the love

उत्तरप्रदेश। देश में दीपावली पर्व का इंतजार हर किसी को रहता है। दीपावली पर्व पर एक महीने पहले से ही लोग घरों को सजाने में जुट जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोशनी के इस पर्व पर जहां पूरा भारत जगमग जगमग करता है। लोग पटाखे फोड़ते हैं।

वहीं दूसरी और यूपी के मिर्जापुर में चौहान समाज ऐसा है, जो इस दिन को शोक दिवस के रूप में मनाता है। मड़िहान तहसील के राजगढ़ इलाके में अटारी गांव और उसके आस-पास बसे लगभग आधा दर्जन गांव मटिहानी, मिशुनपुर, लालपुर, खोराडीह में दिवाली का त्योहार शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इन गांवों में रहने वाले चौहान समाज की लगभग 8000 की आबादी सैकड़ों साल से यह परंपरा निभाती चली आ रही है। पीढ़ी दर पीढ़ी इस दीपावली के दिन शोक मनाने की परंपरा का निर्वाह आज भी यह समाज बखूबी कर रहा है।