रांची। विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) की मासिक बैठक के लिए नया दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इसका ख्याल रखना जरूरी है। इस संबंध में झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने सभी जिला शिक्षा अधीक्षक-सह-अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को 22 नवंबर को आदेश जारी किया है। कैलेंडर के अंकित मुद्दों के अनुसार समिति की बैठक करने का आदेश दिया गया है।
निदेशक ने आदेश में लिखा है कि विद्यालय प्रबंधन समिति को सक्रिय करने के लिए इसकी नियमित मासिक बैठक के लिए राज्य स्तर से लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। इस क्रम में विद्यालय प्रबंधन समिति के मासिक बैठक का वर्तमान वित्तीय वर्ष के शेष माह में के लिए कैलेंडर तैयार किया गया है। कैलेंडर के अनुसार विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों की मासिक बैठक प्रत्येक माह के 25 तारीख को करना सुनिश्चित किया जाए।
मासिक बैठक के लिए ये है निर्देश
बैठक की सूचना सभी सदस्यों को भेजी जाए।
विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक का संचालन। बाल संसद एवं शिक्षकों की सहायता से सभी सदस्यों को बैठक कक्ष तक पहुंचाना। कोविड के मानकों का अनुपालन करने की आदत को बढ़ावा देना। बैठक कक्ष में प्रवेश के पहले उपस्थिति सदस्यों की हाथ धुलाई कराना। सेनिटाइजर का प्रयोग कराना। कोविड के मानकों का अनुपालन करने की आदत को बढ़ावा देना। दो गज की दूरी पर बैठाना सुनिश्चित कराना।
पिछली बैठक के निर्णय का अनुपालन। निर्णय का अनुपालन में चुनौती।
ई विद्यावाहिनी में विद्यालय प्रबंधन समिति के विवरणी का अद्यतीकरण की समीक्षा करना
प्राथमिक कक्षाओं के खुलने के पूर्व विद्यालयों की साफ-सफाई एवं सेनेटाईजेशन कराना।
प्राथमिक कक्षाओं के खुलने के दिन बच्चों के स्वागत के लिए विद्यालय में उपस्थित शिक्षकों के साथ मिलकर बच्चों का मनोबल बढ़ाने के संबंध में रणनीति बनाना एवं विद्यालय खुलने के दिन ससमय उपस्थित होना।
चर्चा के सभी मुद्दों पर बिन्दुओं (Step by Step) कार्रवाई का लेखन। अगली बैठक की तिथि एवं समय का निर्धारण। कार्रवाई को सभी सदस्यों के बीच पढ़कर सुनाना। उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर कराना।
प्रधानाध्यापक द्वारा बैठक के हस्ताक्षरित कार्रवाई ई विद्यावाहिनी में प्रत्येक माह की 27 तारीख तक निश्चित तौर पर upload करना।
विद्यालय प्रबंधन समिति की मासिक बैठक से संबंधित उपरोक्त सभी निदेशों का अनुपालन करना सुनिश्चित किया जाए।
ये हैं चर्चा के मुद्दे
उपस्थिति की समीक्षा। दिव्यांग विद्यार्थियों की सुविधा। विद्यालय विकास योजना। स्मार्ट क्लास। अकादमिक योजना। विद्यार्थियों की उपस्थिति की समीक्षा। शत प्रतिशत उपस्थित विद्यार्थियों के अभिभावकों का सम्मान। मिड डे मिल की मात्रा-गुणवत्ता-साफ-सफाई। बोर्ड की परीक्षाओं पर चर्चा। स्कूल की मरम्मत एवं नई सुविधाओं की जरूरत। स्कूल की सुरक्षा। शिक्षकों की चुनौती। सीखने की दक्षताओं पर विद्यार्थियों की प्रगति पर चर्चा। विद्यार्थियों की पठन, लेखन और वाचन क्षमता की जांच।