लातेहार। आम दिनों की तरह ही ग्रामीण सुबह जंगल में मवेशी चराने गये थे। हालांकि आज मौत उनका इंतजार कर रही थी। वहां पहुंचने के कुछ ही देर बाद मौत ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया।
यह घटना झारखंड के लातेहार जिले के बारियातू प्रखंड की है। यहां दो ग्रामीणों की जान जंगली हाथी ने ले ली। दोनों ग्रामीण रोज की तरह जंगल में मवेशी चराने गए थे। शुक्रवार की सुबह मवेशी के साथ जंगल पहुंचते ही जंगली हाथी ने उन्हें मार डाला।
झारखंड में पिछले 11 साल में 800 से अधिक लोगों की हाथियों ने जान ले ली है। मरनेवाले परिवारों के बीच सरकार ने मुआवजा बांटा है। मुआवजे पर करीब 16.54 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। फसल नुकसान में इससे अधिक का मुआवजा बांटा गया है।
इतना मिलता है मुआवजा
मनुष्य की मृत्यु पर चार लाख
गंभीर रूप से घायल होने पर एक लाख
साधारण घायल होने पर 15 हजार
स्थायी रूप से अपंग होने पर दो लाख
पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान 1.30 लाख
गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त मकान (पक्का) 40 हजार
साधारण रूप से क्षतिग्रस्त मकान (कच्चा) 20 हजार
भंडारित अनाज (प्रति क्विंटल) 1600 रुपये, (अधिकतम 8000)
भैंस, गाय व बैल की मृत्यु पर 15 से 30 हजार
बछड़ा-बाछी की मौत पर पांच हजार
फसल की क्षति पर 20 से 40 हजार